छिंदवाड़ा

अंधविश्वास ने तीन मासूमों की ली बलि, अब पछता रहे मां-बाप

अंधविश्वास और झांडफ़ूंक ने ली जान, तीन दिन में तीन बच्चों की मौत

छिंदवाड़ाDec 02, 2018 / 12:01 pm

Dinesh Sahu

Superstition killed three innocent people, now regretting parents

छिंदवाड़ा. जिले के हर्रई ब्लॉक अंतर्गत ग्राम सामरढोह सेक्शन के चुरीखुर्द में लगातार तीन दिन 27, 28 तथा 29 नवम्बर 2018 को तीन बच्चों की मौत बुखार की वजह से हो गई। विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. वैभव सिंघई ने बताया कि अंधविश्वास और झांडफ़ूंक के चक्कर में परिजन ने लापरवाही बरती, इसके कारण मासूमों की मौत होना सामने आया है।
 

डॉ. सिंघई ने बताया कि एक ही परिवार को दो बच्चों की हालत गम्भीर होने के बाद भी परिजन एक को सुबह तो दूसरे को शाम को डॉक्टरों को दिखाने अस्पताल लेकर आए। वहीं अन्य एक बच्चे की हालत गम्भीर होने के बाद लाया गया। तीनों बच्चों को उपचार के लिए नरसिंहपुर भेजा गया था, जहां उनकी मौत उपचार के दौरान हो गई।
 

मृतक बच्चों में शिवराज (8) पिता लवकुमार और उसकी बहन रामसखी (7) पिता लवकुमार तथा रामचंद्र पिता भागलाल उइके (6) शामिल है। घटना के बाद बीएमाओ ने जांच के टीम गठित कर ग्राम में भेजी तथा आने वाले दिनों में शिविर भी लगाने की बात कही गई है।
 

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