हालांकि उक्त पूरी घटना को डॉक्टर अंधविश्वास बताते है तथा समय पर उपचार किए जाने से महिला की जान बचना बताया है। मिली जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल की नवीन बिल्डिंग के पांचवें माले स्थित महिला मेडिकल वार्ड में लावाघोगरी थाना क्षेत्र के ग्राम टेमनी खुर्द निवासी 40 वर्षीय महिला को सर्प ने डस लिया, जिसके उपचार के लिए महिला को जिला अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने सर्पदंश के एंटी डोस दिया तथा वार्ड में भर्ती कर दिया है।
कचरें की पन्नी में फेंके चूजे – अस्पताल परिसर में की गई झांडफ़ूक और तंत्रमंत्र प्रक्रिया पूरी करने के बाद मृत मुर्गी के चूजों को बायोमेडिकल वेस्ट एकत्रित करने के लिए रखी गई पन्नी में फेंक दिया गया। वहीं उक्त घटना को लेकर अस्पताल में चर्चा का विषय बना रहा। लोगों का कहना है कि तंत्रमंत्र से उपचार संभव हो सकता तो अस्पताल आने और खोलने की जरूरत नहीं होती है।