script10 दिन में 21 लाख 25 हजार 501 लोगों का सर्वे…मिले इतने रोगी, जानें स्थिति | Survey of 21 lakh 25 thousand 501 people in 10 days, know situation | Patrika News

10 दिन में 21 लाख 25 हजार 501 लोगों का सर्वे…मिले इतने रोगी, जानें स्थिति

locationछिंदवाड़ाPublished: Jul 11, 2020 12:56:22 pm

Submitted by:

Dinesh Sahu

– किल कोरोना अभियान में चिकित्सा विभाग का दावा

10 दिन में 21 लाख 25 हजार 501 लोगों का सर्वे...मिले इतने रोगी, जानें स्थिति

10 दिन में 21 लाख 25 हजार 501 लोगों का सर्वे…मिले इतने रोगी, जानें स्थिति

छिंदवाड़ा/ शासन के निर्देश पर जिले में 1 जुलाई से किल कोरोना अभियान के तहत घर-घर सर्वे किया जा रहा है, जिसमें अभियान के दसवें दिन तक 3 लाख 39 हजार 884 घरों के 21 लाख 25 हजार 501 व्यक्तियों का सर्वे किया जा चुका है। कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन के मार्गदर्शन चल रहे अभियान में स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि टीम घर-घर जाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण तथा उपचार कर रही है, जिसमें सर्दी-खांसी, बुखार, डेंगू, मलेरिया, डायरिया, टीकाकरण, गर्भवतियों का पंजीयन आदि रोग शामिल है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जीसी चौरसिया ने बताया कि अब तक सर्वे में एसएआरआइ एवं आइएलआइ के 5 हजार 160, मलेरिया संदिग्ध के 4 हजार 931, डायरिया, बीपी, शुगर समेत अन्य रोगों के 6 हजार 29 प्रकरण प्राप्त हुए है। इसी तरह 5 हजार 226 गर्भवतियों का पंजीयन एवं 578 बच्चों का टीकाकरण किया गया है।
फिर से कायाकल्प की तैयारी में जुटा जिला अस्पताल

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की कायाकल्प योजना के तहत जिला अस्पताल को शामिल करने के उद्देश्य से एक बार फिर से विभागीय अमला अलर्ट हो गया है। इसकी तैयारी और सेल्फ असेसमेंट को लेकर सिविल सर्जन कार्यालय में बैठक भी आयोजित कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए है। आरएमओ डॉ. सुशील दुबे ने बताया कि 15 जुलाई से सेल्फ असेसमेंट किया जाएगा तथा 15 से 30 अगस्त 2020 तक पीअर असेसमेंट होगा।
इसमें शासन द्वारा एक जिले के आरएमओ को दूसरे जिले में अस्पताल का परीक्षण करनें भेजेंगे तथा उनकी रिपोर्ट को भोपाल भेजा जाएगा। इसके बाद राज्य स्तर से सितम्बर या अक्टूबर में टीम जांच करने छिंदवाड़ा पहुंच सकती है। उल्लेखनीय है कि कायाकल्प के तहत पिछली बार हुए परीक्षण में जिला अस्पताल का चयन नहीं हो पाया था।
उस दौरान भोपाल से आई टीम को कई अव्यवस्थाएं एवं लापरवाही नजर आई थी। इस मामले में स्वास्थ्य संचालनालय ने सिविल सर्जन को तलब भी किया है। अब दोबारा ऐसी कमियां राज्य स्तरीय टीम को दिखे, ऐसी कार्यों में विशेष कार्य किया जाना बताया जात है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो