scriptTalent: 11 वर्षीय कबीर ने किया यह कारनामा, विश्वविद्यालय भी रह गया दंग | Talent: 11-year-old Kabir stunned by showing talent | Patrika News

Talent: 11 वर्षीय कबीर ने किया यह कारनामा, विश्वविद्यालय भी रह गया दंग

locationछिंदवाड़ाPublished: Apr 09, 2020 12:48:19 pm

Submitted by:

ashish mishra

11 वर्षीय कबीर जैन अभी छठवीं क्लास में अध्ययन कर रहे हैं।

Talent: 11 वर्षीय कबीर ने किया यह कारनामा, विश्वविद्यालय भी रह गया दंग

Talent: 11 वर्षीय कबीर ने किया यह कारनामा, विश्वविद्यालय भी रह गया दंग


छिंदवाड़ा. नवीन स्थापित छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय ने जिस सपने को देखकर क्वेश्चन बैंक तैयार करने की योजना बनाई है उसे उड़ान देने का काम कबीर ने कर दिया है। छिंदवाड़ा निवासी 11 वर्षीय कबीर जैन अभी छठवीं क्लास में अध्ययन कर रहे हैं। उन्होंने छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय की योजना को मूर्त रूप देते हुए इतिहास विषय के 110 श्वेश्चन तैयार कर विवि को दंग कर दिया। गौरतलब है कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन में शैक्षिक गतिविधियों के विराम से निर्मित छात्रों के नुकसान को न्यूनतम करने की मंशा से छिंदवाड़ा विवि ने अनुठी पहल की। विवि ने निर्णय लिया है कि लॉकडाउन के समय में प्रोफेसर, नेट क्वालिफाई विद्यार्थी, अतिथि विद्वान, पीएचडी होल्डर्स विभिन्न विषय में क्वेश्चन बैंक तैयार करेंगे। लॉकडाउन खत्म होने के बाद क्वेश्चन बैंक विश्वविद्यालय में जमा कराएं जाएंगे। विश्वविद्यालय द्वारा क्वेश्चन बैंक की जांच विषय विशेषज्ञों से कराई जाएगी। इसके बाद श्वेश्चन बैंक को विवि के पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। अगली प्रक्रिया में क्वेश्चन बैंक का मॉडल आंसर तैयार करने के लिए विवि द्वारा एक प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी, जिसमें स्नातकोत्तर के विद्यार्थी हिस्सा लेंगे। मॉडल आंसर विशेषज्ञों द्वारा जांच कराई जाएगी और फिर इसे भी पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। विश्वविद्यालय की इस योजना से न केवल ें नेट, सेट, पीएससी व यूपीएससी की तैयारी कर रहे विद्यार्थी लाभान्वित होंगे बल्कि प्रोफेसरों को भी इससे काफी मदद मिलेगी।
कबीर की इच्छा पर मां ने किया था अनसुना
विवि के क्वेश्चन बैंक तैयार करने की योजना जब कबीर जैन ने सुनी तो उन्होंने मां श्रद्धा जैन से इतिहास विषय में प्रश्न बैंक तैयार करने की इच्छा जताई। मां ने कबीर की बात को अनसुना कर दिया। इसके बाद कबीर ने इतिहास की एनसीईआरटी की पुस्तक लेकर 110 प्रश्न विभिन्न शीर्षक पर तैयार कर डाले। जिसमें मौर्य एवं मौर्यत्तर काल, गुप्त काल, प्राचीन भारत, अरब और तुर्क आक्रमण, दिल्ली सल्तनत सहित विषय शामिल हैं। कबीर के इस प्रयास को देखकर उनकी मां ने क्वेश्चन विश्वविद्यालय कुलसचिव के पास भेजा। बच्चे के प्रयास को देखकर वे भी दंग रह गए।

बच्चे का प्रयास सराहनीय
एक बच्चे ने विश्वविद्यालय के सपने को उड़ान दे दी है। इससे हमारे प्रोफेसर, नेट क्वालिफाई विद्यार्थी, अतिथि विद्वान, पीएचडी होल्डर्स को प्रेरणा मिलेगी। बच्चे से प्रेरित होकर वे हमारी योजना को क्रियान्वित कर पाएंगे।
डॉ. राजेन्द्र मिश्र, कुलसचिव, छिंदवाड़ा विवि
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