प्रश्न-अब तक की सफलता आपके लिए कितना अहम है?
उत्तर-अब तक की सफलता काफी मायने रखती है, लेकिन मैं खुद को सफल तब मानूंगी जब सिविल सेवा में चयनित हो जाऊंगी। भारतीय फुटबॉल टीम से खेलना भी मेरा लक्ष्य है। दोनों ही लक्ष्य मेरा पूरा ध्यान केन्द्रित है।
प्रश्न-किस तरह से आपने खुद को खास बनाया है?
उत्तर-मैंने हमेशा पॉजीटिव सोचा है। मुझे जो करना था या करना है मैं उस पर पूरी तरह फोकस रहती हूं। शायद इसी वजह से मैं खास हूं।
उत्तर-मैंने हमेशा पॉजीटिव सोचा है। मुझे जो करना था या करना है मैं उस पर पूरी तरह फोकस रहती हूं। शायद इसी वजह से मैं खास हूं।
प्रश्न-आने वाले पांच वर्ष में आप खुद को कहां देखती हैं?
उत्तर-भारतीय फुटबॉल टीम में खेलूंगी या फिर अपर कलेक्टर बन जाऊंगी। प्रश्न-सफलता के लिए क्या जरूरी है?
उत्तर- सबसे जरूरी तो यह है कि आप हमेशा लक्ष्य बनाकर चलो और फिर उसे पाने के लिए दृढ़ संकल्प के साथ पूरी मेहनत करो।
उत्तर-भारतीय फुटबॉल टीम में खेलूंगी या फिर अपर कलेक्टर बन जाऊंगी। प्रश्न-सफलता के लिए क्या जरूरी है?
उत्तर- सबसे जरूरी तो यह है कि आप हमेशा लक्ष्य बनाकर चलो और फिर उसे पाने के लिए दृढ़ संकल्प के साथ पूरी मेहनत करो।
प्रश्न-किसी भी क्षेत्र में आगे बढऩे के लिए परिवार का सहयोग कितना जरूरी है?
उत्तर-आपको हमेशा मोटिवेट करने के लिए फैमिली का सपोर्ट बहुत जरूरी है। क्योंकि समाज में कई लोग ऐसे होते हैं जो आपको निगेटिव की ओर ले जाते हैं।
उत्तर-आपको हमेशा मोटिवेट करने के लिए फैमिली का सपोर्ट बहुत जरूरी है। क्योंकि समाज में कई लोग ऐसे होते हैं जो आपको निगेटिव की ओर ले जाते हैं।
प्रश्न-फुटबॉल खेलने के लिए किसने प्रेरित किया?
उत्तर-मेरे पापा फॉरेस्ट विभाग में थे। उन्हें फुटबॉल खेलना पसंद था, लेकिन पारिवारिक जिम्मेदारी की वजह से ज्यादा नहीं खेल पाया। इसलिए वे चाहते थे कि मैं फुटबॉल खेलूं। उनके सपने को मैंने अपना सपना बना लिया।
उत्तर-मेरे पापा फॉरेस्ट विभाग में थे। उन्हें फुटबॉल खेलना पसंद था, लेकिन पारिवारिक जिम्मेदारी की वजह से ज्यादा नहीं खेल पाया। इसलिए वे चाहते थे कि मैं फुटबॉल खेलूं। उनके सपने को मैंने अपना सपना बना लिया।
प्रश्न-आप लडक़ी हैं तो अच्छा है या फिर लडक़ा होती तो अच्छा होता?
उत्तर-दोनों अपने जगह सही हैं। मै लडक़ी हूं और मै बेस्ट हूं।
उत्तर-दोनों अपने जगह सही हैं। मै लडक़ी हूं और मै बेस्ट हूं।