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इस तरकीब का उपयोग कर शिक्षक ने दस साल घटाई उम्र

locationछिंदवाड़ाPublished: Jul 08, 2018 04:54:32 pm

Submitted by:

Dinesh Sahu

काट-छांट कर छिपाई वास्तविक जन्म तिथि, शिक्षक ने सर्विस बुक में लगाया ऐसा ‘गणित’ कि दस वर्ष कम कर ली उम्र

इस तरकीब का उपयोग कर शिक्षक ने दस साल घटाई उम्र

Teacher used a technique to reduce the age of ten years

छिंदवाड़ा . शासकीय सुविधाओं का लाभ लेने के लालच में शिक्षक द्वारा वास्तविक जन्म तिथि को छिपाकर दस वर्ष कम उम्र दर्शाने का मामला सामने आया है। अब विभाग शिक्षक के विरोध में पुलिस में शिकायत दर्ज करने की तैयारी कर रहा है। बताया जाता है कि वर्तमान में आरोपी शिक्षक सेवानिवृत्त हो गया है। पेंशन प्रकरण लम्बित होने की सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करने में उक्त जानकारी सामने आई है।
रोचक तरीके से प्रकाश में आया मामला


वहीं दस साल तक उक्त शिक्षक के सेवानिवृत्त नहीं होने पर साथी कर्मचारियों के मन भी कई सवाल उठे तथा शिकायत करने पर विभागीय अधिकारी भी स्तब्ध में पड़ गए। जिला शिक्षा अधिकारी आरएस बघेल ने बताया कि परासिया विकासखंड अंतग्रत शासकीय उमावि रिधोरा में पदस्थ रहे उच्चश्रेणी शिक्षक भिवाजी गजभिए ने सर्विस बुक में वास्तविक जन्म तारीख 22 नवम्बर 1954 की जगह फर्जी जन्म तारीख 22 नवम्बर 1964 अंकित कर दी।
इसके कारण समय पर उनकी सेवानिवृत्ति नहीं हो पाई थी। हालांकि मामला सामने आने पर उन्हें नोटिस दिया गया तथा चंदनगांव स्कूल के प्राचार्य सुधीर मिश्रा से जांच कराई गई। जांच प्रतिवेदन में मामला सही पाए जाने पर तथा शासकीय दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ कर विभाग को गुमराह करने पर अब पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की तैयारी है।

स्वयं ने किया था संधारण


आरोपी शिक्षक ने सेवा पुस्तिका का संधारण स्वयं किया था। बताया जाता है कि शिक्षक की हैंडराइटिंग अच्छी होने के वजह से उन्हें सेवा पुस्तिका संधारण का कार्य दिया गया था। इस बात का गलत लाभ उठाने का प्रयास किया गया।

छत्तीसगढ़ में हुई थी पहली पदस्थापना


मप्र-छत्तीसगढ़ के विभाजन से पूर्व 13 जून 1968 में बस्तर जिले के बिजापुर अंतर्गत ग्राम कुंडा में आरोपी शिक्षक गजभिए की पहली पदस्थापना हुई थी। पंचायत एवं समाज कल्याण विभाग अंतर्गत प्रौढ़ शिक्षा विभाग में पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्ति हुई थी। विभाजन के बाद वे मप्र में कार्यरत रहे तथा जिला शिक्षा विभाग से वर्ष 2016 में सेवानिवृत्त हो गए है।
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