हालांकि परीक्षा का उद्देश्य शिक्षकों को पास या फेल करना नहीं है, लेकिन शिक्षकों को पढ़ाने में आने वाली विभिन्न समस्याओं को जानना है। इसके आधार पर प्रशिक्षण की कार्ययोजना तैयार की जाएगी। आयुक्त जयश्री कियावत के निर्देशानुसार जो शिक्षक जिस विषय के लिए नियुक्त है उसी विषय की परीक्षा ली जाएगी तथा माध्यमिकस्तर में भी यही नियम लागू रहेगा।
इसके अलावा जो शिक्षक परीक्षा कार्यक्रम में अनुपस्थित रहेगा उसे नोटिस जारी किया जाएगा तथा अनुकूल जवाब देने पर संबंधित को परीक्षा का अवसर प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा शिक्षक पाठ्यक्रम का उपयोग परीक्षा के दौरान कर सकेंगे, लेकिन अन्य संसाधनों पर प्रतिबंध रहेगा।
परिणाम रखे जाएंगे गोपनीय –
शासन के निर्देशानुसार परीक्षा के बाद उसी दिन उत्तर पुस्तिकाओं की जांच की जाएगी तथा परिणाम गोपनीय रखा जाएगा। वहीं जिलास्तरीय उत्कृष्ट विद्यालयों से संबंधित विषयों के लिए एक्सपर्ट ओपिनियन लिया जाएगा। माध्यमिक स्तर के विश्लेषण डाइट तथा हाईस्कूल स्तर के शिक्षा महाविद्यालय को सौंपी गई है। जहां प्रश्नवार दक्षताओं के आधार पर विश्लेषण किया जाएगा आदि शामिल है।
शासन के निर्देशानुसार परीक्षा के बाद उसी दिन उत्तर पुस्तिकाओं की जांच की जाएगी तथा परिणाम गोपनीय रखा जाएगा। वहीं जिलास्तरीय उत्कृष्ट विद्यालयों से संबंधित विषयों के लिए एक्सपर्ट ओपिनियन लिया जाएगा। माध्यमिक स्तर के विश्लेषण डाइट तथा हाईस्कूल स्तर के शिक्षा महाविद्यालय को सौंपी गई है। जहां प्रश्नवार दक्षताओं के आधार पर विश्लेषण किया जाएगा आदि शामिल है।
शासन ने दिए यह निर्देश –
1. 30 प्रतिशत से कम रिजल्ट देने वाले हाई-हायर सेकंडरी स्कूलों के शिक्षक होंगे शामिल। 2. 30 प्रतिशत से कम रिजल्ट देने वाली हाई स्कूल के केचमेंट की समस्त पोषक माध्यमिक शालाओं के शिक्षक भी होंगे शामिल।
1. 30 प्रतिशत से कम रिजल्ट देने वाले हाई-हायर सेकंडरी स्कूलों के शिक्षक होंगे शामिल। 2. 30 प्रतिशत से कम रिजल्ट देने वाली हाई स्कूल के केचमेंट की समस्त पोषक माध्यमिक शालाओं के शिक्षक भी होंगे शामिल।
3. परीक्षा में शामिल होने वाले शिक्षकों को परीक्षा की तिथि, समय व स्थल की जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी शीघ्र देंगे।
4. शिक्षकों की संख्या के आधार पर जिलास्तर पर आवश्यक स्थलों का चिन्हांकन कर परीक्षा आयोजित होगी तथा स्थल चयन, केंद्र पर संख्या निर्धारण तथा मूल्यांकनकर्ता का चयन डीइओ करेंगे।
4. शिक्षकों की संख्या के आधार पर जिलास्तर पर आवश्यक स्थलों का चिन्हांकन कर परीक्षा आयोजित होगी तथा स्थल चयन, केंद्र पर संख्या निर्धारण तथा मूल्यांकनकर्ता का चयन डीइओ करेंगे।
5. परीक्षा का पूर्ण नियंत्रण संभागस्तर पर संयुक्त संचालक लोक शिक्षण करेंगे तथा प्रश्न-पत्र डीइओ की लॉगिन पर जारी किया जाएगा।