पिछले साल बेमौसम बारिश से प्रभावित था पत्ता
पिछले साल 2020 तेंदुपत्ता संग्रहण के हिसाब से ठीक नहीं रहा। बेमौसम बारिश होने से तेंदुपत्ता पर्याप्त मात्रा में नहीं आ पाया था और तेंदुपत्ता की गुणवत्ता भी प्रभावित हुई थी। दरअसल मार्च के शाखकर्तन के बाद अप्रैल में पेड़ में तेंदुपत्ता आने के लिए तीव्र गर्मी चाहिए। बारिश का मौसम फिर से बनने पर तेंदुपत्ता को नुकसान पहुंचता है। कहा जाता है कि जितनी तेज गर्मी होगी, पत्ता उतना ही गुणवत्तायुक्त खिलेगा।
जून से पहले ही पूरा हो सकता है लक्ष्य
वन विभाग के अधिकारी मानते हैं कि मई माह में कुछ समय पर्याप्त धूप मिल जाए तो तेंदुपत्ता का लक्ष्य जून से पहले ही पूरा हो सकता है। पूर्व वनमण्डल में 12 प्राथमिक लघु वनोपज समितियों के माध्यम से 14 हजार मानक बोरा तेंदुपत्ता संग्रहण का लक्ष्य रखा गया है। दक्षिण में दस समितियों में 14 हजार 500 तथा पश्चिम में आठ समितियों में 15 हजार मानक बोरा का लक्ष्य तय किया गया है।
खातों में भुगतान
कोरोना संक्रमण की वजह से वन विभाग इस साल तेंदुपत्ता की मजदूरी का नकद भुगतान नहीं करेगा, बल्कि मजदूरों के बैंक खातों में यह राशि जमा की जाएगी। पश्चिम वन मंडल अधिकारी आलोक पाठक ने बताया कि राज्य शासन से कोविड नियम का पालन करने के आदेश आ गए हैं। वनमण्डल में मौसम की स्थिति को देखते हुए तेंदुपत्ता तुड़ाई दस मई से शुरू होने की संभावना है। गांवों से बाहर तेंदुपत्ता संग्रहित कराया जाएगा। सोशल डिस्टेसिंग और मास्क अनिवार्य होगा। बाहर से आनेवाले ठेकेदारों के कर्मचारियों को अपनी नेगेटिव रिपोर्ट लानी होगी। स्थानीय स्तर पर भी टेस्ट कराने होंगे। फिलहाल संग्रहण की तैयारियां शुरू कर दी गई है।
इनका कहना है
&जिलेभर में तेंदुपत्ता की मैदानी रिपोर्ट में 8 से 10 मई के बीच तुड़ाई शुरू होने के संकेत मिले हैं। मौसम के आधार पर स्थानीय समितियां इसकी शुरुआत का फैसला करेगी।
केके भारद्वाज, मुख्य वन संरक्षक।