मोहखेड़ थाना क्षेत्र के ग्राम पालाखेड़ का मामला एक शिक्षिका को जब पानी पीने के दौरान असामान्य लगा तो उसने कैन खोलकर देखा। इस दौरान सल्फास पैकेट पानी में तैरता दिखा। इसके बाद परिसर में अफरा-तफरी मच गई। शिक्षकों ने पूछताछ शुरू की कि इस कैन से कितने लोगों ने पानी पिया है। तब तक कुछ स्कूली छात्रों ने पानी का सेवन कर लिया था। कुछ बच्चों की तबीयत भी बिगडऩे लगी। आनन-फानन में सात बच्चों को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया।
यहां से प्राथमिक उपचार के बाद सभी को जिला अस्पताल रैफर कर दिया गया। जिला अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डॉ. दीपेंद्र सलामे ने बताया कि सभी बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर दवा दी गई है। सभी की हालत फिलहाल स्थिर है। जबकि डॉ जेएम श्रीवास्तव का कहना है कि बच्चों को 24 घंटे के लिए आब्जर्वेशन में रखा गया है। इसके बाद ही कुछ स्पष्ट कहा जा सकता है।
बड़ी घटना को अंजाम देने की थी साजिश
इस स्कूल में कुछ 205 छात्र और 12 स्टाफ है। कक्षा आठवीं तक संचालित इस स्कूल में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की साजिश थी या फिर किसी की लापरवाही से ऐसा हुआ है यह तो जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। प्राचार्य सुरेश चौधरी का कहना है कि स्टाफ का किसी से कोई विवाद नहीं है और न ही इसके पहले कोई अप्रिय स्थिति बनी है।
स्कूल में ठंडे पानी की सप्लाई बाहर से होती है। इसकी शिकायत पुलिस में की गई है। इधर मोहखेड़ पुलिस ने सल्फास पैकेट को जब्त कर मामले को जांच में लिया है। जांच अधिकारी एसआई दीपक डेहरिया ने बताया कि अज्ञात के खिलाफ धारा 328 के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। जांच के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा।
इन बच्चों की बिगड़ी तबीयत... नीरज पिता लेखराम मालवीय, अंकुश पिता सतीश कोड़ले, पीयूष पिता रमेश लाड़े, दीपांशू पिता राजेंद्र लाड़े, अनूज पिता मुकेश मते, रितेश पिता मधुकर घोरसे तथा रिया साहू शामिल हैं।