अनुवांशिक या संक्रमण बनी वजह, बिना कानों के जन्मा शिशु बताया जाता है कि कई बार इन मामलों में शिशु का आंतरिक विकास भी नहीं हो पाता है। कानों के अलावा मानसिक विकास भी नहीं हो पाता है। हालांकि जांच के बाद ही स्थिति साफ होती है। इएनटी विशेषज्ञ डॉ. सुशील दुबे का कहना है कि लाखों में कोई एक प्रकरण इस तरह का देखने को मिलता है।
डॉ. दुबे ने बताया कि शिशु का बाहरी कान विकसित नहीं हुआ है, लेकिन आंतरित और मध्य कान बने हंै। रेडियशन की वजह से तत्काल एडवांस तकनीकी की बेरा टेस्ट सम्भव नहीं है। छह माह से लेकर एक वर्ष तक उक्त जांच की जा सकती है। डॉ. दुबे ने बताया कि पूर्व में यही जांच करीब तीन साल बाद किसी बर्तन या घंटी बजाकर की जाती थी।