देहात थाना प्रभारी प्रशांत यादव ने बताया कि गुरैया स्थित कॉलोनी के मकान में किराए से रहने वाले महेन्द्र (30) पिता ज्ञानेश्वर सूर्यवंशी, पत्नी रूपल डेहरिया (27) और बेटा जलज (2) की मौत के मामले में तीन लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। जामई निवासी और मृतक महेन्द्र की मौसी के दामाद भगवानदास सूर्यवंशी, भगवानदास की पत्नी सविता सूर्यवंशी एवं कुकड़ा जगत निवासी आजम खान को आरोपी बनाया गया है। फिलहाल मामले की जांच और पूछताछ जारी है। तथ्यों के आधार पर इस मामले में आरोपितों की संख्या और धारा भी बढ़ सकती है। बता दें कि गुरुवार दोपहर में महेन्द्र, रूपल और जलज का शव निकाला गया था। पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया कि महेन्द्र ने पहले पत्नी और फिर बच्चे की हत्या ताकिया से मुंह दबाकर किया, जिसके बाद स्वयं ने फांसी के फंदे पर झूलकर जान दे दी थी।
जिंदगी बदतर कर दी
पुलिस के मुताबिक सुसाइड नोट में मृतक ने भगवानदास और उसकी पत्नी सविता सूर्यवंशी के साथ ही आजम खान का नाम लिखा है। जीना दूभर कर दिया, जिंदगी को बद से बदतर कर दिया। मेरी जमीन हड़प ली और मुझे कंगाली की कगार पर लाकर छोड़ दिया इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल भी सुसाइड नोट में किया गया है। जल्द ही आरोपितों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जाएगी। प्राथमिक तौर पर सामने आया है कि महेन्द्र की महाराष्ट्र के अम्बाड़ा नरखेड़ में पुस्तैनी जमीन थी जिसे तीन लोगों ने मिलकर धोखे से साल 2011 में बेच दिया था। करीब नौ एकड़ जमीन बेचना सामने आया है। जल्द ही एक टीम नरखेड़ भी जांच के लिए रवाना होने वाली है।