कलेक्टर शर्मा ने बताया कि शैक्षणिक सत्र फिलहाल चालू नहीं है तथा मेडिकल कॉलेज से जिला अस्पताल से सम्बद्ध है, ऐसी स्थिति में डॉक्टरों की रूटीन वर्र्किंग तय होनी चाहिए। उन्होंने डीन डॉ. जीबी रामटेके से कहा कि वह डॉक्टरों की जवाबदेही सुनिश्चित करें तथा शासन द्वारा निर्धारित ओपीडी समय अनुसार ड्यूटी कराए अन्यथा लापरवाही पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
साथ ही मरीजों से संयमित तथा उचित व्यवहार के अलावा मेडिकल कॉलेज तथा जिला अस्पताल के डॉक्टरों में आपसी समन्वय स्थापित किया जाए। इस दौरान कलेक्टर ने सिविल सर्जन से पूरे महीने के ड्यूटी आदेश मंगाए तथा किए गए रेफरल केस की समीक्षा की।
इधर डीन डॉ. रामटेके ने मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के ड्यूटी नहीं करने, लापरवाही बरतने, मरीजों द्वारा शिकायत करने समेत अन्य मामलों को सूचित करने सिविल सर्जन से कहा है। इस अवसर पर एसडीएम अतुल सिंह, नगर निगम आयुक्त इच्छित गढ़पाले, डीन डॉ. रामटेके, सिविल सर्जन डॉ. सुशील राठी, सीएमएचओ डॉ. जेएस गोगिया समेत अन्य डॉक्टर मौजूद थे।
अनुबंध पर हुए है हस्ताक्षर –
मेडिकल कॉलेज तथा जिला अस्पताल में डॉक्टरों की ड्यूटी को लेकर डीन तथा सिविल सर्जन के बीच एमओयू अनुबंध पर हस्ताक्षर हुए है। इसमें सप्ताह के तीन दिन मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर अपनी सेवाएं देंगे, जबकि शेष तीन दिन जिला अस्पताल के डॉक्टर सेवाएं प्रदान करेंगे। इसके चलते मेडिकल के डॉक्टर भी राज्य शासन द्वारा निर्धारित समय पर ड्यूटी करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए है।