हिंसा से पीडि़त महिलाओं के आर्थिक विकास के लिए की जा रही यह बड़ी कवायद
छिंदवाड़ाPublished: Jun 19, 2019 12:39:43 am
आर्थिक सामाजिक उन्नयन के लिए योजना
इश्क में फंसाकर प्रेमिका से करता रहा बलात्कार, थाने में पत्नी बनाने की खाई कसम और फिर ये
छिंदवाड़ा. मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण योजना में हिंसा से पीडि़त महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में कुशल बनाया जाएगा ताकि वे अपने पैरों पर खड़ी होकर आर्थिक और सामाजिक उन्नयन कर सकें।
महिला बाल विकास विभाग ने जिलास्तर पर गठित समिति द्वारा चयनित महिलाओं को स्थाई प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की है। इसके लिए महिलाओं से आवेदन भी मांगे जा रहे हैं। जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी ने बताया कि इस योजना में बलात्कार से पीडि़त महिला, बालिका, दुव्र्यापार से बचाई गई गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाली महिला, एसिड विक्टिम, जेल से रिहा महिलाओं को विशेष रूप से शामिल किया गया है। इसके अलावा गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाली परित्यक्ता, तलाकशुदा महिला, शासकीय और अशासकीय आश्रयगृह, बालिकागृह, अनुरक्षणगृह आदि में निवासरत विपत्तिग्रस्त महिला, बालिका, दहेज प्रताडि़त, अग्नि पीडित महिलाओं को भी इससे जोड़ा गया है। सामान्य वर्ग की महिला की उम्र 45 वर्ष से कम तथा विधवा, परित्यक्ता, तलाकशुदा, एससीएसटी और पिछडा वर्ग की महिला की उम्र 50 वर्ष तक हो सकती है। प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के अनुसार न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता होना अनिवार्य है तथा कम पढ़ी-लिखी, साक्षर और अनपढ़ महिलाओं को उनकी योग्यता के अनुसार प्रशिक्षण दिया जाएगा।