छिंदवाड़ाPublished: Oct 05, 2018 05:33:53 pm
Sanjay Kumar Dandale
अपशिष्ट प्रबंधन की समस्या को ध्यान में रखते हुए क्षेत्र के युवा शोधकर्ता कुमार अमन एवं मयूर बोबड़े ने अपने साझा प्रयास से एक ऐसी तकनीक खोज निकाली है ।
the roads cold
सौंसर. वर्तमान में अपशिष्ट प्रबंधन समाज की सबसे बड़ी समस्या उभरकर सामने आ रही है। यह कचरा विभिन्न प्रकार से आमजन को नुकसान पहुंचा रहा है। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए क्षेत्र के युवा शोधकर्ता कुमार अमन एवं मयूर बोबड़े ने अपने साझा प्रयास से एक ऐसी तकनीक खोज निकाली है जिससे कभी न नष्ट होने वाले कचरा पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने के बजाय पर्यावरण संरक्षण में सहायक सिद्ध होगी। युवाओं ने इस कचरे से बाइंडर बनाने में सफलता प्राप्त की है यह बाइंडर घर की छत की दरारों को भरने के अलावा छत व सड़कों को शीतलता प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगी।
ये है तकनीक
सबसे पहले कचरे को इकट्ठा कर फिर उनके गुणों के आधार पर उनको अलग किया जाता है। इसके बाद वे क्रशिंग कार्यप्रणाली, पीस कार्यप्रणाली, मिश्रण कार्यप्रणाली का उपयोग करते है। बाइंडर्स पर आवेदन और फिलर्स गठन की प्रक्रिया को पूरा करते है।
इस प्रकार तकनीक द्वारा गठित भरावों का उपयोग छिद्रों, बड़े अंतराल, खाली रिक्त स्थान को भरने के लिए किया जा सकता है। सफेद रंगों के साथ मिश्रित, अर्ध ठोस रूप का उपयोग सड़क को
पेंट करने के लिए भी किया जाता है, जो प्रतिबिंब और अपवर्तन की विधि से कुछ विस्तार के लिए एक ठंडे तापमान को नियंत्रित करता है।
प्रोफेसर रंजना यादव करती हैं प्रोत्साहित
हमारे देश के लिए ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के लिए कचरा एक समस्या बन गया है। कुछ कचरा ऐसा होता है जो नष्ट नहीं किया जा सकता बल्कि उसका उपयोग रिसायकल प्रणाली के माध्यम से किया जा सकता है। स्टूडेंट ने तैयार की तकनीक निश्चित पर्यावरण सुरक्षा के साथ कमाई का जरिया बन सकती है।