मामले की गंभीरता को देखते हुए विभाग ने बीआरसी तथा जनशिक्षक से जांच कराई गई थी। जांच रिपोर्ट में शिकायत उचित बताई गई थी तथा सम्बंधित प्रधानपाठक तथा सहायक अध्यापकों ने दोबारा गलती नहीं करने की शर्त पर माफी भी मांगी थी, लेकिन शिकायतकर्ता इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं होने से मामला २ सितम्बर २०१५ को लेबल-४ में चला गया। हालांकि डीपीसी लॉगिन से शिकायत को फोर्श क्लोज कराने का प्रयास किया गया, लेकिन शिकायतकर्ता के संतोषप्रद नहीं होने से मामला समाधान ऑनलाइन में चला गया।
डीईओ बघेल ने बताया कि शिकायत के मामले में हाल ही में शासकीय प्राथमिक शाला बडक़ुही का औचक निरीक्षण किया गया। जहां शैक्षणिक स्तर निम्न मिलने के साथ-साथ कई वित्तीय अनियमितताएं भी पाई गई। मामले में जांच अधिकारी तथा संकुल परिसर की घटना होने के कारण अन्य अधिकारियों को दोषी मानते हुए संयुक्त कार्रवाई की गई है।
प्रभारी प्रधानपाठक लक्ष्मी अहिके, सहायक शिक्षक विद्यावती कुशवाह, सहायक शिक्षक बनानी चक्रवर्ती, सहायक शिक्षक डाली चक्रवर्ती, सहायक अध्यापक राधा आरसे
इनकी वेतनवृद्धि रोकी
बीआरसी अनूप कोचे, बीएसी जयराम वर्मा, जनशिक्षक एसपी भावरकर, शिक्षक के सातनकर