उल्लेखनीय है कि शीतलहर और तापमान में लगातार गिरावट की वजह से हृदय रोगियों तथा वृद्धजनों की समस्या बढ़ जाती है। इसकी वजह से ओपीडी में मरीजों की संख्या भी अपेक्षाकृत बढ़ी है। डॉक्टरों के मुताबिक टीएमटी टेस्ट इसीजी से ज्यादा प्रभावी होता है। इसमें मरीज के अन्य छिपे हुए रोग भी सामने आ जाते हैं तथा कई बार मरीज को एंजियोग्राफी कराना है या नहीं यह तक पता चल जाता है।
ऐसे कार्य करता है टीएमटी परीक्षण
इस टेस्ट के दौरान ट्रडमिल मशीन में मरीज को चलाया जाता है तथा शरीर के विभिन्न पाइंटों पर कम्प्यूटर से अटैच उपकरण लगाए जाते है। मशीन में चलने और शरीर पर लगे पाइंटों द्वारा दिए गए संकेत के आधार पर मशीन बीमारी की सही वजह बता देती है। इससे डॉक्टर को मरीज का उचित उपचार करने में मदद मिलती है।
हृदय रोग से पीडि़त मरीज
माह कुल मरीज पुरुष महिला
दिसम्बर 2018 278 164 114