जिले के राष्ट्रीय राजमार्ग 418 किमी, राज्य राजमार्ग 367 किमी, एम.डी.आर. सड़क 495 किमी, प्रधान मंत्री सड़क 3859 किमी सहित अन्य सड़क 500 किमी है। वर्ष 2017, 2018 एवं 2019 में इन सड़कों पर कुल 29 ब्लैक स्पॉट चिन्हित थे। जिनमें सिल्लेवानी घाटी, तंसरा पेट्रोल पम्प सर्किल रोड सिवनी से नागपुर, सर्किल रोड़ नागपुर से परािसया, रामगढी, चौपाल सागर, फटाका गोदाम, ईकलहरा चौक के सामने थाना चंदामेटा, खापाभाट चोर मंदिर सहित अन्य स्थान शामिल थे। पुलिस के प्रयासों से ऐसे स्थानों में कमी आई है। वर्तमान में 10 ब्लैक स्पॉट शेष रह गए हैं। इनमें प्रमुख रूप से रामगढ़ी, फटाका गोदाम, बोरगांव, दूल्हादेव की घाटी, प्रिंस ढाबा सिवनी रोड, घाटपरासिया, करबडोल, सिल्लेवानी घाटी, तंसरा पेट्रोल पम्प और मोहखेड़ जोड़ तिराहा शामिल है। वर्ष 2017 से 2019 के बीच गम्भीर दुर्घटनाओं की संख्या 283 से 300 के बीच रही है। वर्तमान में भी आंकड़ा लगभग इसी के आस-पास है। दुर्घटना में मृतकों की संख्या भी लगभग सामान ही रही है। घायल व्यक्तियों की संख्या में जरूरी बड़ा अंतर आया है।
मौत और घायलों में अंतर की यह है वजह
पुलिस की प्राथमिक जांच में यह निष्कर्ष निकला है कि दुर्घटना के बाद घायलों को मिलने वाले इलाज पर निर्भर करता है। सही समय पर इलाज मिलने पर घायलों की संख्या अधिक होगी। समय पर सही इलाज नहीं मिलने की स्थिति में घायल की मौत होगी और इससे मरने वालों की संख्या बढ़ेगी, जबकि घायलों की संख्या कम हो जाएगी। निर्भर करता है कि दुर्घटना रोकने के लिए किए गए प्रयासों के साथ ही दुर्घटना घटित होने के बाद घायलों को बचाने के लिए किस स्तर पर इलाज दिया गया है। पुलिस इस बात को भी मानती है कि दुर्घटना के लिए ब्लैक स्पॉट से ज्यादा वाहन चालक की लापरवाही भारी पड़ती है। वाहन चालक रोड के साइन बोर्ड, दिशा और संकेत का ध्यान देगा तो दुर्घटनाएं नहीं होगी।
ऐसे तय होता है ब्लैक स्पॉट
भारत सरकार परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय परिवहन अनुसंधान विभाग नई दिल्ली की जारी परिभाषा के अनुसार विगत तीन वर्षों में 5 ऐसे दुर्घटनाएं हुई हो जिसमें मौत हुई हो या फिर गम्भीर रूप से घायल हुए हो। 3 वर्षों में 10 या इससे अधिक मौत हुई है। प्रत्येक दुर्घटनाएं एक ही स्थान पर 500 मीटर के दायरे में हुई हो। ऐसे स्थान को ब्लैक स्पॉट घोषित किया जाता है।
वाहन चालक करता है मानवीय गलतियां
सड़क दुर्घटना की सबसे बड़ी वजह मानवीय गलतियां। वाहन चालक नियमों का पालन नहीं करता। रोड साइनेज व साइन बोर्ड के निर्देशों का पालन नहीं करते। इसकी वजह से दुर्घटना होती है। ब्लैक स्पॉट से गुजरने वाला हर वाहन दुर्घटना का शिकार नहीं होता, जो चालक लापरवाही बरतता है वही दुर्घटनाग्रस्त होता है।
-सुदेश कुमार सिंह, डीएसपी, ट्रैफिक, छिंदवाड़ा