हालांकि जिले के कई स्कूल ऐसे भी है, जिनमें अभी भी शौचालय, रैम्प, बिजली आदि की सुविधाएं नदारत है तथा कुछ स्कूलों को मरम्मत की जरुरत है। विभागीय अधिकारियों की लापरवाही और समय-समय पर मॉनिटरिंग नहीं करने पर उक्त हालात निर्मित होते है।
गौरतलब है कि जिला शिक्षा केंद्र से प्रतिवर्ष विभिन्न गतिविधियों की योजना तथा बजट डिमांड शासन को भेजा जाता है। इसके आधार पर शासन प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए बजट स्वीकृत भी करता है। इसके बावजूद जिले के प्राथमिक-माध्यमिक स्कूलों में मौलिक सुविधाओं की कमी होना कई सवाल खड़े करता है।
फैक्ट फाइल – – जिले के प्राथमिक-माध्यमिक स्कूलों में उपलब्ध सुविधाएं – बालक शौचालय – 3393 बालिका शौचालय – 3507 सीडब्लयूएसएन शौचालय – 525 पेयजल सुविधाएं – 2977 बिजली कनेक्शन – 1149
रैम्प – 3342 उपलब्ध नहीं व्यवस्थाएं – बालक शौचालय – 46 बालिका शौचालय – 13 सीडब्ल्यूएसएन शौचालय – 2229 पेयजल सुविधाएं – 350 बिजली कनेक्शन – 1366 रैम्प – 51
(स्रोत – यूडाइस डाटा वर्ष 2018-19 के आधार पर)