ग्राम स्वराज भवन ग्राम पंचायत कारेआम रातेड़ में शुक्रवार को प्राथमिक स्तर का प्रशिक्षण दिया गया। युवाओं को जरूरी बातें बताई गई। जैव विविधता को संरक्षित रखने के साथ ही प्राकृतिक धरोहर को बगैर नुकसान पहुंचाए पर्यटकों को घूमने का तरीका बताया गया। स्थानीय जड़ी, बूटियों की जानकारी हासिल करने और उन्हें बचाने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है, जिससे पातालकोट की पहचान और महत्व बचा रहे। युवाओं को गाइड का प्रशिक्षण देने के साथ ही प्रकृति से भी जोड़ा जा रहा ताकि वे पातालकोट के मूलरूप को बचाकर रखें और उसे संरक्षित करने के लिए भी सार्थक कदम उठाए। स्थानीय स्तर पर प्रशिक्षण पूरा होने के बाद चयनित युवाओं को जिला मुख्यालय पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में किसी एक संस्था से प्रशिक्षण दिलाया जाना है।
36 युवा हुए शामिल
कारेआम और रातेड़ के अलावा अन्य गांव के 36 युवाओं ने प्रशिक्षण में हिस्सा लिया। जिला मुख्यालय से पहुंचे पर्यावरणविद विनोद तिवारी, जिला पंचायत से सुधीर कृषक, तामिया जनपद सीइओ एवं कृषि विभाग के अधिकारियों ने युवाओं से को शुरुआती जानकारी दी। रातेड़, कारेआम चिमटीपुर सहित अन्य स्थानों की पूरी जानकारी जुटाने की सलाह दी, ताकि वे पर्यटकों को उनके बारे में विस्तार से जानकारी दे सके। गाइड किस तरह बात करता है और क्या लहजा होता है। तमाम बातों की जानकारी दी गई। बताया जा रहा है कि इन्हीं में से चयनित युवाओं को जिला मुख्यालय पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
प्रशिक्षण दिया जा रहा
पातालकोट में मौजूद जैव विविधता को संरक्षित करने के साथ ही गाइड का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। प्राकृतिक स्थलों को बचाने के लिए भी प्रेरित और प्रशिक्षित किया जा रहा।
-गजेन्द्र सिंह नागेश, सीइओ, जिला पंचायत, छिंदवाड़ा