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यहां रात में न तो प्रसव की सुविधा है और न ही उपचार की, पढ़े पूरी खबर

locationछिंदवाड़ाPublished: Jul 26, 2021 06:58:47 pm

सांवरी का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र यहां के लोगों की उम्मीदों को पूरा नहीं कर पा रहा। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में रात में न तो प्रसव की सुविधा है और नही उपचार की। यहां के लोगों को रात में आपात स्थिति में प्रयव व सुविधा के लिए छिंदवाड़ा जाना पड़ता है।

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छिंदवाड़ा/सांवरी बाजार. सांवरी का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र यहां के लोगों की उम्मीदों को पूरा नहीं कर पा रहा। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में रात में न तो प्रसव की सुविधा है और नही उपचार की। यहां के लोगों को रात में आपात स्थिति में प्रयव व सुविधा के लिए छिंदवाड़ा जाना पड़ता है।
सांवरी क्षेत्र में करीब 30 किमी तक उपचार की कोई सुविधा नहीं है। यहां के करीब दो दर्जन से अधिक गांवों के लोगों के लिए सांवरी का प्राथमिक सुविधा केन्द्र ही इलाज का सहारा है। यहां के बाद लोगों को उपचार के लिए छिन्दवाड़ा जाना पड़ता है। ऐसे मेें ग्रामीणों को कई परेशानियों से गुजरना पड़ता है।
रात में महिला को प्रसव के लिए लाने वाले लोगों को जब यहां ताला लटका मिलता है तो वे परेशान हो उठते हैं। एक तो प्रसव पीड़ा से गुजर रही महिला व रात में कोई साधन आसानी से नहीं मिलता। लोग जैसे -तैसे व्यवस्था कर छिंदवाड़ा पहुंचते हैं। जिला अस्पताल पहुंचने तक कई बार महिला की जान पर बन आती है। ग्रामीणों ने सांवरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 24 घंटे प्रसव सेवा उपलब्ध कराने की मांग की है। सांवरी निवासी मनु जैन ने बताया छोटे भाई की पत्नी को प्रसव पीड़ा होने के कारण उसे रात्रि में सांवरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए पर वहां ताला लगा था। वहां कोई सुविधा उपलब्ध नहीं थी। उन्होंने नर्स से फोन पर बात की तो नर्स ने रात में प्राथमिक केंद्र में प्रसव नहीं कराए जाने की बात कही। हम लोगों को निजी साधन से जिला अस्पताल जाना पड़ा।

प्रसव के लिए रात में नहीं सुविधा :
सांवरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव की सुविधा होने से आसपास के गांवों से भी गर्भवती महिलाएं आती है। दिन में तो यहां डिलीवरी करवा ली जाती है लेकिन रात्रि में यह सुविधा नहीं है। अगर रात में प्रसव पीड़ा से परेशान महिला को लाया जाता है तो उसका प्रसव यहां संभव नहीं है। लोगों का आरोप है कि रात में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ताला लगा मिलता है। डॉक्टर, नर्स व स्टाफ यहां नहीं मिलता।
नसबंदी कैंप में रहती है ड्यूटी
फार्मासिस्ट संतोष बघेने ने बताया कि जिस दिन नसबंदी कैंप रहता है उस दिन स्टाफ की दिन में ड्यूटी रहती है। इसलिए उस दिन डिलीवरी केस नहीं लेते । उन्हें छिंदवाड़ा रैफर कर दिया जाता है। उस दिन यहां बेड खाली नहीं रहते।
जननी एक्सप्रेस का भी नहीं मिल रहा लाभ
ग्रामीणों ने बताया कि जननी एक्सप्रेस उपलब्ध होने के बाद भी कई बार फोन लगाने के बाद भी समय पर जननी एक्सप्रेस नहीं पहुंचती। कई बार तो फोन ही नहीं लगता। ऐसी स्थिति में स्वयं अपनी व्यवस्था कर लोग प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सांवरी आते हैं।
&प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 24 घंटे खुला रहता है। कोरोना काल में अस्पताल के कुछ स्टाफ को अन्यत्र लगाया गया है। इस वजह से रात में प्रसव की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। एक अगस्त से रात में भी प्रसव की सुविधा शुरू हो जाएगी।
डॉ. रवि सरकार, प्रभारी अधिकारी, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सांवरी

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