scriptColonizer: कॉलोनाइजर को भेजा जेल जिले में ऐसी और भी हो सकती है कार्रवाई | There may be more such action in the jail district sent to the coloniz | Patrika News
छिंदवाड़ा

Colonizer: कॉलोनाइजर को भेजा जेल जिले में ऐसी और भी हो सकती है कार्रवाई

जिला मुख्यालय पर जमीन के दाम आसमान छू रहे हैं। सर्वसुविधायुक्त कॉलोनियों में प्लॉट और मकान देने के नाम पर आम लोगों से भारी भरकम राशि वसूल रहे हैं।

छिंदवाड़ाSep 20, 2021 / 12:10 pm

babanrao pathe

FRAUD

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छिंदवाड़ा. जिला मुख्यालय पर जमीन के दाम आसमान छू रहे हैं। सर्वसुविधायुक्त कॉलोनियों में प्लॉट और मकान देने के नाम पर आम लोगों से भारी भरकम राशि वसूल रहे हैं। प्रॉपर्टी के व्यवसाय से जुड़े किसी भी नियम का पालन नहीं हो रहा है। शहर और उससे लगे गांवों की खेतीहर जमीन पर बिल्डिंगें तानी जा रही। लोग नियम और कानून को जाने बगैर ही इनके जाल में फंस रहे हैं। इसी तरह के एक मामले में पुलिस ने एक कॉलोनाइजर के खिलाफ तगड़ी कार्रवाई की है।

खेती किसानी की जमीन को कम दाम में खरीदकर उस पर प्लॉट काटने से लेकर कॉलोनी बनाने का गोरखधंधा जिले में जमकर फलफूल रहा है। कुछ ही दिनों में फर्जी तरीके से लागत का दो से तीन गुना पैसा इस व्यवसाय से अर्जित करने की जुगत में कॉलोनाइजर प्लॉट और मकान के साथ अपना इमान भी बेच रहे हैं। इस तरह के फर्जीवाड़े पर रोक लगाने की पहली जिम्मेदारी नगरीय क्षेत्र में नगर निगम और राजस्व विभाग की होती है, वहीं ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम पंचायत की जिम्मेदारी बनती है कि वह खेती की जमीन को व्यवसायिक रूप देने वाले कॉलोनाइजर से जरूरी दस्तावेज मांगे, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। बात यहां नहीं थमती ग्राहकों को भी मकान और प्लॉट खरीदने से पहले उस जमीन से सम्बंधित सभी जानकारी जुटानी चाहिए। क्या कॉलोनाइजर ने सभी अनुमति ली है या नहीं। ग्राहक ऐसा नहीं कर बड़ी गलती है करता है जिसका खामियाजा वह बाद में तमाम तरह से भुगतता है। हालांकि पिछले कुछ दिनों से पुलिस लगातार फर्जी रजिस्ट्री और अवैध तरीके से कॉलोनी बनाकर बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।

कॉलोनाइजर पर अपराध कायम
नगर पुलिस अधीक्षक मोतीलाल कुशवाह ने बताया कि हिमांशु सिंह आयुक्त नगर पालिका निगम छिंदवाड़ा की रिपोर्ट पर कुण्डीपुरा थाना क्षेत्र के पातालेश्वर वार्ड क्रमांक 19 निवासी कॉलोनाइजर नरेन्द्र माहोरे के खिलाफ धोखाधड़ी करने सहित अन्य धारा में अपराध पंजीबद्ध किया गया है। बताया जा रहा है कि नगर निगम के अधिकारियों की जांच में सामने आया है कि नरेन्द्र माहोरे ने बिना डायवर्सन एवं विकास की अनुमति लिए अवैध कॉलोनी का निर्माण किया है, यह ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी है। नगर पुलिस अधीक्षक कुशवाह ने बताया कि निगम की जांच रिपोर्ट के आधार पर प्रकरण कायम किया गया है। बताया जा रहा है कि इस मामले में रजिस्ट्रार कार्यालय के एक अधिकारी को भी आगे आरोपी बनाया जा सकता है।

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