गोटमार मेले में गोफन और शराब पर रहेगा पूर्ण प्रतिबंध
छिंदवाड़ाPublished: Aug 25, 2019 05:07:21 pm
परंपरा के नाम पर जाम नदी के तट पर गोटमार खेलते हैं, परंतु यह नहीं सोचते हैं कि पत्थरों से घायल व्यक्ति के परिवार पर क्या संकट आता है।
गोटमार मेले में गोफन और शराब पर रहेगा पूर्ण प्रतिबंध
पांढुर्ना. हर साल लोग परंपरा के नाम पर जाम नदी के तट पर गोटमार खेलते हैं, परंतु यह नहीं सोचते हैं कि पत्थरों से घायल व्यक्ति के परिवार पर क्या संकट आता है। इस बार तय कर लें कि इस गोटमार मेंले में हम पत्थर सिर्फ परंपरा का निर्वहन करने के लिए मारेंगे न कि किसी का खून बहाने के लिए।
इंदिरा मंगल भवन में संपन्न हुई शांति समिति की बैठक में कलेक्टर श्रीनिवासी शर्मा ने उक्त आशय के विचार रखे। उन्होंने कहा कि मैं वर्ष 2008 से गोटमार देखते हुए आ रहा हूं। यह मेला लोगों की आस्था का प्रतीक है इसे सद्भावनापूर्ण तरीके से मनाएं। इस बार भी प्रशासन सख्ती के साथ मेले के नियम तोडऩे वालों के विरुद्ध कार्यवाही करेगा। एसपी मनोज राय ने बताया कि गोटमार मेले में शराब पर पूर्णत: प्रतिबंध रहेगा। शराब पीकर जो भी हुड़दंग करता हुआ नजर आएगा, उसके विरूद्ध शांति भंग करने की धाराओं के तहत कार्रवाई होगी। गोफन पर प्रतिबंध रहेगा एवं कैमरे से नजर रखी जाएगी जो भी गोफन चलाता नजर आएगा उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
विधायक निलेश उईके ने कहा कि परंपरागत मेले में अच्छी व्यवस्था कराएं, भाईचारे के साथ गोटमार मेला खेले ऐसी व्यवस्था बनाएं। बैठक में एडीशनल एस पी, विधायक निलेश उईके, एसडीओपी राकेश पन्द्रो, एसडीएम दीपक वैद्य, डी ओ, तहसीलदार शंकरलाल मरावी के साथ ही सांवरगांव और पांढुर्ना पक्ष के दोनों खिलाड़ी व गोटमार प्रेमी उपस्थित थे। सीएमओ नवनीत पांडे ने कहा कि खून बहाव मत दान करों।
गोटमार मेला स्थल का किया निरीक्षण
कलेक्टर श्रीनिवास शर्मा, एसपी मनोज राय, एडिशनल एसपी शशांक गर्ग सहित अधिकारियों ने गोटमार स्थल जाम नदी के तट का निरीक्षण किया। यहां पर स्थानीय अधिकारियों ने गोटमार मेला की तैयारियों की जानकारी दी और जाम नदी के बीचोंबीच झंडा लगाने व इसे तोडऩे की प्रथा के बारे में बताया। अधिकारियों ने नदी किनारे व्यापक साफ सफाई कराए जाने की बात कही है।