वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टरों रुचि बढ़ाने के लिए शासन दोगुने वेतन के साथ-साथ कई तरह की सुविधाएं भी देने की योजना है। वहीं संविदा स्वास्थ्य कर्मियों को 90 प्रतिशत वेतन मामले में प्रमुख सचिव डॉ. गोविल ने कहा कि वित्त विभाग ने कई कर्मियों का वेतन निर्धारण कर लिया है तथा जिनके बाकी है उनका भी शीघ्र निधारण कर भुगतान कर दिया जाएगा। इसके चलते अब लोगों को किसी तरह की समस्या नहीं होगी।
इन संस्थाओं का किया लोकार्पण – स्वास्थ्य विभाग द्वारा 441.11 लाख की लागत से निर्मित डीइआइसी भवन सहित जिले के ग्राम हिर्री, बाकी, चोराडोंगरी, डोगरा, ईटावा, टेकाढाना, बिचबेहरी ढाना, कौआझिरी, पांजरा, ककई, कोटलबर्री, सिदप, मेहगोरा तथा कपूर्दा में निर्मित स्वास्थ्य केंद्र भवन का लोकार्पण किया गया।
साथ ही हाउसिंग बोर्ड द्वारा 15.42 करोड़ की लागत से 51 उप-स्वास्थ्य केंद्र तथा 1.32 करोड़ की लागत से एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन का निर्माण, पीआइयू द्वारा 9 करोड़ की लागत से दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन का उन्नयन, पुलिस हाउसिंग बोर्ड द्वारा 6.98 करोड़ की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में आवास गृह तथा 4.92 करोड़ की लागत से सिविल हॉस्पिटलों में आवास गृह आदि निर्माण कार्यों का भूमिपूजन किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अभियंता केसी अहिरवार, सिविल सलाहकार संजय नेमा, कार्यपालन यंत्री गर्ग, कार्यपालन यंत्री आरके जैन, सहायक यंत्री अरविंद गौड, सिविल इंजीनियर रंजन कैथवास मौजूद थे। आशा तथा सहयोगिनी ने पीएस को सौंपा ज्ञापन –
शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत आशा तथा सहयोगिनी कार्यकर्ताओं ने मानदेय बढ़ाने नियमितीकरण की मांग को लेकर प्रमुख सचिव डॉ. पल्लवी जैन गोविल को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान प्रमुख सचिव ने आवश्यक कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया।