YOUTH DAY SPECIAL : ये हैं आज के बिंदास और जिम्मेदार युवा
छिंदवाड़ाPublished: Jan 12, 2017 04:33:00 pm
स्वामी विवेकानंद से प्रेरित होकर समाजसेवा के क्षेत्र में आगे बढ़ रहे युवा
छिंदवाड़ा . युवा…नाम से ही उत्साह और परिवर्तनशीलता झलकती है। युवा…जो बिंदास भी हैं और जिम्मेदार भी। वे कॅरियर की उड़ान भी भरना चाहते हैं, लेकिन जिले के लिए कुछ अलग करने की चाह भी रखते हैं।
कॅरियर की उड़ान भरने के लिए उन्होंने नींव भले ही दूसरे शहरों में या फिर दूसरे सेक्टर में जाने के लिए तैयार की, लेकिन जिले में जड़ें होने के कारण और अपनी जिम्मेदारी समझते हुए वे यहां खुद के कॅरियर को बढ़ा रहे हैं। ये युवा ऐसे माटी के लाल साबित हो रहे हैं, जिन्होंने डिग्री लेकर शहर में कॅरियर बनाया है। वे कहते हैं कि मौके तो हजार मिले, लेकिन जिले जैसी फिजा नहीं मिली। वहीं कुछ युवा ऐसे भी हैं जो पढ़ाई के साथ-साथ समाजसेवा में भी अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। इस युवा दिवस पर आइए रूबरू होते हैं ऐसे ही युवाओं और उनके विचारों से-
मेरे आइकॉन स्वामी विवेकानंद जी हैं। उन्होंने कम उम्र में ही देश के प्रति जो लगाव रखा वह प्रेरित करता है। उनके अध्यात्म, धर्म के प्रति सोच, वैज्ञानिक सोच का मैं कायल हूं। मैं चाहता हूं कि उन्हीं की तरह हमेशा लोगों की सेवा करता रहूं।
अंशुल शुक्ला, वकील
मैंने राजीव गांधी यूनिवर्सिटी बेंगलूरु से पढ़ाई की है। मेरा यहां आने का मकसद था कि यहां जन्म लिया है तो यहां के लोगों के लिए कुछ करें। यहां कमाई के साथ जरूरतमंदों की सेवा भी कर रहा हूं।
डॉ. नितिन श्रीवास्तव, दंत विशेषज्ञ
मेरी पढ़ाई आरसीडीएस भोपाल में हुई है। स्वामी विवेकानंद से मैं प्रेरित हूं। कम उम्र में उन्होंने समाज के लिए बहुत काम किए। कन्याकुमारी में स्वामी विवेकानंद जी के स्थान पर साल में एक बार हमलोग जरूर जाते हैं।
डॉ. शशांक शक्रवार, डॉक्टर
मेरे आइकॉन विराट कोहली हैं। इसकी वजह यह है कि उन्होंने काफी कम समय में बड़ी उपलब्धि दृढ़ विश्वास एवं लगन से पाई है। स्वामी विवेकानंद जी हर युवा के लिए प्रेरणा है।
राहुल तम्बाके, कर्मचारी
मेरी आइकॉन प्रियंका चोपड़ा हैं। इसकी वजह है कि उन्होंने कम समय में अपनी काबिलियत से न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी कामयाबी पाई है। स्वामी विवेकानंद जी युवाओं के लिए हमेशा मार्गदर्शक रहेंगे।
मयूरी, गृहिणी
स्वामी विवेकानंद जी हर उस युवा को प्रेरित करते हैं जो जीवन में कुछ अलग करना चाहता है। कामयाबी की ख्वाहिश हर किसी को होती है और अगर यह जनसेवा करके मिले तो इससे अच्छी क्या बात।
आकाश लालवानी, सोशल वर्कर
कॉलेज में हुई मुलाकात, अब ग्रुप बनाकर करते हैं सेवा
छिंदवाड़ा. कॉलेज में तीन वर्ष पहले इन छात्रों की एक-दूसरे मुलाकात हुई। अब इनकी एक टीम तैयार हो गई है। हम बात कर रहे हैं इंदिरा प्रियदर्शिनी कॉलेज में अध्ययरत विद्यार्थियों के विवेकानंद वैलफेयर ग्रुप की। हालांकि समय के साथ इनके ग्रुप का नाम बदलता रहता है, लेकिन उद्देश्य सिर्फ एक है कि कैसे लोगों की सेवा की जाए। कभी यह ट्रैफिक पुलिसकर्मी के साथ मिलकर यातायात व्यवस्था बनाते नजर आते हैं तो कही पर्यावरण संरक्षण पर अभियान चलाते। यह दूर दराज के सरकारी स्कूल में विद्यार्थियों को कम्प्यूटर शिक्षा देने भी पहुंचते हैं।
शिक्षक रितेश मालवीय के नेतृत्व में छात्रों के इस ग्रुप ने नगर के हर समाजसेवी को आकर्षित किया है। ग्रुप में शामिल छात्र राहुल साहू, सलमान, रोहित गुरुंग, सुमित राजपूत कहते हैं कि समाज सेवा करने से मन को सुकून मिलता है।