सम्बल की होड़ में 33 फीसदी आबादी
सम्बल पोर्टल के अनुसार जिले की 2011 की 20.80 लाख आबादी को इस योजना में मानक माना गया था। उसमें से 6.99 लाख असंगठित मजदूरों का पंजीयन किया गया था। इसके अलावा 25997 मजदूर के पंजीयन शेष रह गए थे। इनमें से 75 प्रतिशत ही कार्ड का वितरण हो पाया। शेष कार्ड नगर निगम, नगरपालिका और नगर पंचायतों तथा पंचायतों में रखे
हुए हैं।
पंजीयन के दायरे में थे ये मजदूर
कृषि नियोजन में शामिल मजदूर, गृहिणी, सिलाई करनेवाले, मण्डी हम्माल, खाना बनाने वाले, प्राइवेट सुरक्षा सेवाओं में के कर्मचारी, कारीगर, शिल्पी, लुहार, बढ़ई, गारा बनाने, चाक बनाने, कुम्हार, मुख्य मजदूर, पम्प ऑपरेटर, मिक्सर चलाने वाले, रोलर चालक, बड़े यांत्रिकी कार्य जैसे भारी मशीनरी, पुल के कार्य आदि में लगे खलासी, चौकीदार, पत्थर कर्मकार समेत 77 कैटेगरी के मजदूरों को इस योजना में शामिल किया गया था।