इसकी वजह से छिंदवाड़ा का नाम संभाग में तीसरा दर्ज किया गया है। इसके लिए जिम्मेदार बीएमओ को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए तथा निर्धारित समय में उक्त कार्य पूर्ण कर पोर्टल पर एंट्री करने की हिदायत दी है। इस दौरान जिले में संचालित डिलेवरी पाइंटों में भी लक्ष्य के आधार पर कार्य नहीं किया जा रहा है तथा निष्क्रिय केंद्रों को सक्रिय करने की बात भी कही गई।
इस दौरान एनआरसी, मातृ-शिशु मृत्यु दर, टीकाकरण, राष्ट्रीय कार्यक्रम, मेटरनल डेथ, समेत अन्य कार्यों की ब्लाक से लेकर जिले तक की समीक्षा की गई। इस अवसर पर ज्वाइन डायरेक्टर डॉ. एमके सहलाम, डॉ. एमएम उपाध्याय, डॉ. देवेंद्र सहलवार, सीएमएचओ डॉ. जेएस गोगिया, सभी डीएचओ, बीएमओ, डीपीएम, एमएंडइ, बीइइ, बीपीएम, डाटा एंट्री ऑपरेटर समेत अन्य मौजूद थे।
बैठक छोड़ चली गई नोडल अधिकारी – डॉ. सहलाम ने बताया कि संभागीय बैठक से जिला मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी का रवैया लापरवाह नजर आया। बैठक तथा संभागायुक्त के शामिल होने सम्बंध में विभाग द्वारा पहले ही सूचना दे दी गई थी। इसके बावजूद उन्होंने कोई जानकारी नहीं होने की बात कही, जो कि गैर जिम्मेदारना है। समीक्षा बैठक में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा चल रही थी, जिसके बावजूद वह चली गई। इस व्यवहार को लेकर संभागीय अधिकारियों ने नाराजगी जाहिर की है।