नहीं मिले फुटेज बैंक में लगे सीसीटीवी में फुटेज नहीं मिले। बताया जा रहा है कि चोरों ने पहले ही कनेक्शन कट कर दिया था जिसके चलते उसमें कोई रिकॉर्डिंग नहीं हुई है। नेशनल हाइवे से सटे बैंक में चोरी की वारदात ने पुलिस की गश्त पर सवाल खड़े कर दिए। बैंक में सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं है। एक गार्ड भी होता तो शायद चोर वारदात को अंजाम देने से पहले सोचते।
एक्सपर्ट ने खोली तिजोरी बैंक शाखा प्रबंधक रमेश जोगी की रिपोर्ट पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि बैंक ने एक्सपर्ट को बुलाया जिन्होंने तिजोरी खोली। एक लाख 65 हजार 503 रुपए तिजोरी से निकले। फिलहाल मोहखेड़ थाना और उमरानाला चौकी पुलिस प्रकरण की जांच में जुटी है। हालांकि अभी तक कोई बड़ा सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा है जिससे चोरों तक पहुंचा जा सके।
फिंगर प्रिंट भी नहीं मिल पाए फिंगर प्रिंट अधिकारी जितेंद्र बघेल ने बताया कि चोर इतने शातिर थे कि उन्होंने न तो तारों पर कोई निशान छोड़े न ही तिजोरी में जिससे उनके फिंगर प्रिंट नहीं मिल पाए। सेंट्रल मप्र ग्रामीण बैंक के शाखा प्रबंधक रमेश जोगी ने बताया कि बैंक की तिजोरी का लॉक ऑटोमेटिक लॉक हो जाता है। यही वजह रही कि चोरों ने गैस कटर के माध्यम से तिजोरी को तो काटा, लेकिन तिजोरी ऑटोमेटिक लॉक हो गई थी जिसकी वजह से तिजोरी के अंदर से करीब एक लाख पैसठ हजार पांच सौ तीन रुपए रखे मिले।
तीसरी बार वारदात पिछले दो वर्षों में यहां दो वारदातें हो चुकी हंै। तब कुछ नकदी रुपए चोरी हुई थी। नगरवासियों ने एसपी से नगर में गश्त बढ़ाने की मांग की है। साथ ही रात्रि 10 बजे के बाद उमरानाला पुलिस चौकी क्षेत्र के अंतर्गत चेक पोस्ट भी लगाए जाएं एवं रात्रि के समय में जो भी व्यक्ति संदिग्ध पाया जाए तो उस पर तत्काल कार्रवाई करने की बात कही है।