राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के छिंदवाड़ा कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार 12 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने परीक्षा ही नहीं दी। उक्त परिणाम कक्षा नवमीं, दसवीं, ग्यारहवीं तथा बारहवीं के आधार पर दिए गए हैं। चारों कक्षाओं में पांच लाख 66 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। त्रैमासिक परीक्षा परिणाम ए, बी, सी, डी तथा इ-1 व इ-2 के आधार पर जारी किया गया है। सी तथा इससे नीचे की श्रेणी में आने वाले विद्यार्थियों के लिए विशेष कक्षाएं लगाकर उनके शैक्षणिक स्तर में सुधार करने का प्रयास किया जाएगा। ये परिणाम शैक्षणिक स्तर की हकीकत को बयां करते हैं।
17 दिन देरी से आया आदेश
मप्र राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा विभाग प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को लेकर स्वयं ही गम्भीर नहीं है। यही वजह है कि एक अक्टूबर 2018 से शुरू होने वाली रेमेडियल क्लास के आदेश 17 दिन बाद, 18 अक्टूबर 2018 को जारी किए गए। यह क्लास 31 जनवरी 2019 तक चलेगी। निदानात्मक कक्षाओं में कक्षा नौवीं का तीसरा व चौथा पीरियड तथा कक्षा दसवीं में दूसरा व तीसरा पीरियड 80 मिनट का होगा, जबकि कक्षा 11वीं व 12वीं के लिए शैक्षणिक कैलेंडर अनुसार निदानात्मक संचालित किया जाएगा।
जिले में तिमाही परीक्षा के दौरान कक्षा नौवीं, दसवीं, 11वीं तथा 12वीं की स्थिति
कुल दर्ज विद्याथी 566578 परीक्षा में उपस्थित 553851 अनुपस्थित 12727 उत्तीर्ण 359461
(ए+) 85 से अधिक 5628
(ए) 75 से 84.9 तक 16368
(बी) 60 से 74.9 तक 54373
(सी) 45 से 59.9 तक 117506
(डी) 33 से 44.9 तक 165586
(इ-1) 20 से 32.9 तक 115162
(इ-2) 00 से 19.9 तक 79228