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ये समस्या अब भी सिरदर्द,कैसे पूरी होगी पीएम की घोषणा

locationछिंदवाड़ाPublished: Aug 21, 2019 11:52:56 am

Submitted by:

manohar soni

बाजार में हर जगह मौजूद पॉलीथिन हर दिन दो टन मात्रा में पहुंचती है कचरा घर
 

ये समस्या अब भी सिरदर्द,कैसे पूरी होगी पीएम की घोषणा

ये समस्या अब भी सिरदर्द,कैसे पूरी होगी पीएम की घोषणा

छिंदवाड़ा.प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आगामी दो अक्टूबर से सिंगल यूज पॉलीथिन व डिस्पोजल पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाने की घोषणा से शहर के व्यवसायिक इलाकों में हलचल तेज हो गई है। वर्तमान में शहरवासी प्रतिदिन करीब चार टन सिंगल यूज डिस्पोजल व 50 माइक्रोन से कम पतली पॉलीथिन का उपयोग कर रहे हैं। इसकी वजह से ही नगर निगम के पास अकेले प्लास्टिक कचरा दो टन मात्रा में पहुंचता है। नगर निगम के अधिकारी भी मान रहे हैं कि जब तक हर नागरिक अपने घर से थैला लेकर नहीं निकलेगा,तब तक पॉलीथिन और डिस्पोजल को बाजार व समाज से हटाना चुनौती साबित होगी।
पिछले दो साल का रिकार्ड देखा जाए तो तत्कालीन शिवराज सरकार ने एक मई 2017 से 50 माइक्रोन से कम पतली पॉलीथिन पर पूर्णत:प्रतिबंध लगाया था। उसके बाद कुछ समय तक समाज में जागरुकता दिखाई दी। उसके बाद बाजार ने इस पॉलीथिन का नया विकल्प कानूनी दांव-पेंच से बचते हुए निकाल लिया। अब बिना हैंडिल वाली पॉलीथिन बड़े पैमाने पर चल रही है। जबकि हर किसी को मालूम है कि इस पॉलीथिन के नुकसान है। दो माह पहले सरकार द्वारा सिंगल यूज पॉलीथिन व डिस्पोजल पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाने का संकल्प लाया गया। फिर भी समाज व बाजार इसका मोह छोड़ नहीं पाया है। नगर निगम की कचरा गाडिय़ां जब सुबह गली-मोहल्लों में कचरा लेने निकलती है,तब इसके उपयोग की मात्रा समझ में आती है। इसके अलावा नाले-नालियों में पड़ा पॉलीथिन अलग समस्या बना हुआ है।
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नागपुर,इंदौर व हैदराबाद से पहुंचती है पॉलीथिन
बाजार के जानकारों के मुताबिक शहर में करीब 20 पॉलीथिन के थोक विक्रेता है। वे नागपुर, इंदौर और हैदराबाद से पॉलीथिन की खरीदी करते हैं। फिर फुटकर में किराना दुकान,होटल,फ ल,सब्जी व कपड़ा व्यापारी सहित अन्य व्यवसायियों को देते है। इनमें से 50 फीसदी पॉलीथिन उसी दिन सडक़ और घर के आसपास फेंक दी जाती हैं।
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पॉलीथिन खाने से लगातार मवेशियों की मौतें
शहर में कहीं भी पॉलीथिन फेंक देने से लगातार गायें उसे खा रही है। इसके चलते तड़पकर उनकी मौतें हो रही है। इसका एक कारण यह है कि लोग घर का बासा खाना पॉलीथिन में फेंक देते हैं। इसे ये जानवर खा लेते हैं। इसके एक दर्जन से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं।
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इनका कहना है..
पॉलीथिन और सिंगल यूज डिस्पोजल पर प्रतिबंध को लेकर नगर निगम लगातार कार्रवाई के साथ जागरुकता अभियान चला रहा है। दो अक्टूबर के बाद सख्ती होगी। हर नागरिक और व्यवसायी को खुद आकर अभियान का हिस्सा बनना होगा,तभी इस पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाया जा सकेगा।
-आरएस बाथम,सहायक आयुक्त नगर निगम।

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