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लापरवाही से पिछड़ गई स्वास्थ्य विभाग की यह योजना

locationछिंदवाड़ाPublished: Aug 14, 2017 12:38:00 pm

Submitted by:

dinesh sahu

स्वास्थ्य विभाग की असफलता संस्थागत प्रसव में रुचि नहीं दिखा रहे लोग संस्थागत प्रसव में कम हो रही है।

chhindwara

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छिंदवाड़ा .संस्थागत प्रसव कराने के लिए शासन कई प्रेरणादायी योजनाएं संचालित कर रहा है। इसके साथ ही संस्थागत प्रसव कराने पर हितग्राही मरीजों को प्रेरणा राशि का भी भुगतान कर रहा है। इसके बावजूद लोगों की रुचि संस्थागत प्रसव में कम हो रही है। इसकी प्रमुख वजह स्वास्थ्य विभाग द्वारा उचित प्रचार-प्रसार का अभाव, ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सकों व स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी बताया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2016-17 में जिले में 1328 प्रसव घरों में किए गए। हालांकि 32832 प्रसव संस्थागत किए गए। इनमें भी 2244 प्रसव सीजेरियन हुए हैं। शासन ने विगत वर्ष जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थाओं में 41 हजार 806 संस्थागत प्रसव का लक्ष्य दिया था। लेकिन विभाग 36 हजार 433 महिलाओं का ही संस्थागत प्रसव करा पाया है।
विकासखंड घर पर किए गए प्रसव


अमरवाड़ा 92
बिछुआ 122
चौरई 29
छिंदवाड़ा शहरी 00
हर्रई 201
जामई 379
मोहखेड़ 32
पांढुर्ना 90
परासिया 40
सौंसर 18
तामिया 326
छिंदवाड़ा ग्रामीण 07
शासन द्वारा महिलाओं के लिए चल रही यह योजनाएं


गर्भवती महिलाओं की निशुल्क जांच के लिए महीने की हर नौ तारीख को जिला अस्पताल में निशुल्क जांच निजी चिकित्सकों द्वारा की जाती है। इसके अलावा प्रेरणा योजना, जननी सुरक्षा योजना, निशुल्क वाहन, दवा एवं नियमित जांच की सुविधा आदि सेवाएं शासन निशुल्क प्रदान करता है। जबकि कुछ योजनाओं में शासन हितग्राही महिला मरीजों को पैसे भी देता है।

जिले की स्थिति


विकासखंड लक्ष्य संस्थागत प्रसव
अमरवाड़ा 3183 2241
बिछुआ 1754 1302
चौरई 3789 1941 
छिंदवाड़ा शहरी 3800 10957 
हर्रई 2698 2306
जामई 4813 2895 
मोहखेड़ 3366 947
पांढुर्ना 3852 2968
परासिया 5699 2612
सौंसर 3632 2507
तामिया 2279 2050
छिंदवाड़ा ग्रामीण 2941 106
जिला अस्पताल में मरीजों के उपचार के लिए 14 अगस्त से ओपीडी खुलेगी तथा बाह्य रोगियों का सामान्य उपचार किया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2016-17 में जिले में 1328 प्रसव घरों में किए गए। हालांकि 32832 प्रसव संस्थागत किए गए। इनमें भी 2244 प्रसव सीजेरियन हुए हैं। शासन ने विगत वर्ष जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थाओं में 41 हजार 806 संस्थागत प्रसव का लक्ष्य दिया था। लेकिन विभाग 36 हजार 433 महिलाओं का ही संस्थागत प्रसव करा पाया है।
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