मरीजों की जांच कर रहे डॉ. दीपेंद्र सलामे ने बताया कि दूषित पानी पीने से भर्ती मरीजों में दो मरीजों की स्थिति काफी गम्भीर बनी हुई है। पीडि़त मरीजों को लगातार उल्टी-दस्त हो रहे हैं तथा वे कुछ खा भी नहीं पा रहे हैं। डॉ. सलामे ने बताया कि स्थिति एेसी ही बनी रही तो मरीजों को दिक्कत हो सकती है। गौरतलब है कि १५ अगस्त २०१७ को उल्टी-दस्त से पीडि़त १५ से २० मरीज एक ही दिन में जिला अस्पताल पहुंचे थे।
इस मामले को पत्रिका ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित कर अधिकारियों को सूचित भी किया था। लेकिन अब तक गांव में फैल रहे संक्रमण को रोकने की दिशा में किसी भी विभाग के अधिकारियों ने कोई ठोस पहल नहीं की है।
पीएचई करा रही पानी का परीक्षण
पीएचई के छिंदवाड़ा एसडीओ केसी जैन का कहना है कि उन्होंने गांव में पहुंचकर पानी के नमूने लिए हैं। नमूने परीक्षण कराया जा रहा है। ग्रामीणों को साफ पानी पीने की समझाइश दी है।
जिला मेडिकल बोर्ड में ६५ मरीजों की हुई जांच
छिंदवाड़ा. जिला अस्पताल की ट्रामा यूनिट में शनिवार को जिला मेडिकल बोर्ड का आयोजन किया गया। बोर्ड में जांच के लिए 65 मरीजों ने पंजीयन कराया। जिसमें 52 को दिव्यांगता तथा 8 को रेलवे रियायत प्रमाण-पत्र जारी किया गया। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. जेएस गोगिया सहित अन्य सदस्य मौजूद थे।
छिंदवाड़ा. जिला अस्पताल की ट्रामा यूनिट में शनिवार को जिला मेडिकल बोर्ड का आयोजन किया गया। बोर्ड में जांच के लिए 65 मरीजों ने पंजीयन कराया। जिसमें 52 को दिव्यांगता तथा 8 को रेलवे रियायत प्रमाण-पत्र जारी किया गया। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. जेएस गोगिया सहित अन्य सदस्य मौजूद थे।