छिंदवाड़ा

जनवरी में शुरू होगी यह कोलमांइस, हजारों को मिलेगा रोजगार

कोयला मंत्री गोयल की घोषणा पर अमलीजामा पहनाने की तैयारी: पांच और परियोजनाएं भी जल्द

छिंदवाड़ाDec 28, 2018 / 10:59 am

prabha shankar

Declaration of Dhanka and Sharda coal mines

छिंदवाड़ा. केन्द्रीय कोयला मंत्री पीयूष गोयल की घोषणा के अनुरूप शारदा भूमिगत कोल माइंस अगले माह जनवरी में शुरू हो जाएगी। इसके साथ ही पांच अन्य परियोजनाओं को शुरू करने की तैयारी वेस्टर्न कोलफ ील्ड्स लिमिटेड के अधिकारी कर रहे हैं। इससे बिजली क्षेत्र की आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ ही रोजगार उपलब्ध कराना सहज हो जाएगा।
वेकोलि मुख्यालय नागपुर के अनुसार इन खदानों के खोलने की घोषणा दो माह पहले केंद्रीय रेल एवं कोयला मंत्री पीयूष गोयल द्वारा छिंदवाड़ा दौरे के क्रम में की गई थी। इन छह खदानों के क्रम में सबसे पहले शारदा भूमिगत खदान जनवरी 2019 में शुरू की जाएगी, जिसके लिए सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। अन्य पांच खदान धनकसा, विष्णुपुरी भूमिगत से खुली खदान, नारायणी एक्सपेंशन ओसी, तवा3 भूमिगत खदान एवं गांधीग्राम भूमिगत खदान के खोलने के लिए आवश्यक औपचारिकताएं समयबद्ध तरीके से पूरी की जा रही हैं। इन्हें भी पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार एक-एक कर खोलने की योजना है।


तकनीकी विशेषज्ञों की समीक्षा के बाद नई खदानें
वेकोलि द्वारा गत चार वर्षों में 20 नई परियोजनाएं चालू की गईं। इनके द्वारा वर्तमान वित्तीय वर्ष में 32 मिलियन टन कोयला उत्पादन में योगदान दिया जाएगा। नई खदानें खोलने के क्रम में मप्र की छह खदानें चिह्नित की गईं, लेकिन तकनीकी तथा आर्थिक रूप से खनन लाभप्रद न होने के कारण इनकी शुरुआत करने में कठिनाई हो रही थी। वेकोलि-सीएमपीडीआई के तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा समीक्षा एवं पुनर्विचार के बाद अब ये खदानें खुलने के लिए तैयार हैं।

खदानें बंद होने से गिरा कोयला उत्पादन
वर्तमान में वेकोलि के मप्र क्षेत्र में पाथाखेड़ा, पेंच एवं कन्हान क्षेत्र में 16 खदानें हैं जिनमें 12 भूमिगत एवं चार खुली खदानें हैं। विगत वर्षों में कई खदानों में कोयले के भंडार की समाप्ति एवं सुरक्षा की दृष्टि से खदानें बंद हुई। इनके कारण वर्ष 2015-16 के 6.63 मिलियन टन के उत्पादन से ये खदानें 2017-18 में 4.2 मिलियन टन पर आ गईं।

1575 करोड़ निवेश से आठ सौ को रोजगार
वेकोलि का दावा है कि छिंदवाड़ा जिला स्थित कन्हान क्षेत्र की शारदा भूमिगत खदान, पेंच क्षेत्र की धनकसा भूमिगत, विष्णुपुरी भूमिगत से खुली खदान,कन्हान क्षेत्र की नारायणी एक्सपेंशन खुली खदान एवं बैतूल जिला स्थित तवा-3 तथा गांधीग्राम भूमिगत खदानों पर 1575 करोड़ रुपए निवेश की योजना है। इनकी क्षमता 11 मिलियन टन है। इनमें करीब 800 लोगों को रोजगार मिलेगा। ये खदानें करीब 25-30 वर्षों तक चलेंगी। इन छह नयी खदानों की उत्पादन क्षमता 6.77 मिलियन टन है। इन तीनों क्षेत्रों की उत्पादन क्षमता बढ़ कर 11 मिलियन टन हो जाएगी।

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