script

कुनबा बढ़ाने यहां की सैर में टाइगर

locationछिंदवाड़ाPublished: Aug 24, 2018 11:36:04 am

Submitted by:

manohar soni

जमतरा,कुंभपानी और हलाल गांव में दहशत,एक दर्जन से अधिक मवेशियों का शिकार

lion safari

lion safari


छिंदवाड़ा.पेंच टाइगर रिजर्व पार्क के टाइगर इस समय अपना कुनबा बढ़ाने के लिए बफर जोन के गांवों की सैर पर है। सैर सपाटे के दौरान ये वन्य प्राणी मवेशियों का शिकार कर रहे हैं। वन विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों को फिर सतर्क करते हुए उन्हें जंगल में न जाने की चेतावनी दी है।
पार्क के बफर जोन की रेंज कुंभपानी के ग्राम कुंभपानी,जमतरा और हलाल में इस समय ग्रामीणों की नींद उड़ी हुई है। वजह साफ है कि कभी भी टाइगर उनके गांव में नजर आ जाता है। जंगल में भेजे गए मवेशियों को शिकार बना लेता है। जुलाई-अगस्त के इन दो माह में ये घटनाएं लगातार बढ़ी है। इससे इन गांवों में टाइगर की दहशत है। वन अधिकारी भी स्वीकार कर रहे हैं कि दो-चार दिन में एक शिकार की खबर आ जाती है। जिसकी तस्दीक कर मुआवजा देना पड़ता है। अभी तक इस इलाके में चार लाख रुपए का मुआवजा पशु पालकों को दिया जा चुका है।
….
चहलकदमी से रुका जनजीवन
शिकार की लगातार घटनाओं के बाद से लोग मवेशी चराने जंगल की ओर नहीं जा रहे हैं। इसके साथ ही खेत जाना भी छोड़ दिया है। गांव की चहल पहल गायब है। लोग शाम होते ही घर में कैद हो रहे हैं। आसपास के गांवों में यह जानकारी पहुंचते ही ग्रामीण सतर्क हो गए हैं। विभागीय कर्मचारियों ने इस गांव में गश्ती बढ़ा दी है। ग्रामीणजनों को वन्य प्राणी से सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है। रेंजर मानसिंह परते ने बताया कि लगातार शिकार के बाद बाघ के प्रति ग्रामीणों को सतर्क किया गया है।

बारिश में रहता है प्रजनन काल
बारिश का समय इन वन्य प्राणियों का प्रजनन काल माना जाता है इसलिए ३० जून से एक अक्टूबर तक पेंच पार्क बंद रखना पड़ता है। इस दौरान बाघ,तेन्दुआ समेत अन्य वन्य प्राणी अपने मादा साथी की तलाश में निकल पड़ते हैं। ये पार्क की सीमा से निकलकर बफर जोन के गांवों तक पहुंच जाते हैं। इस सैर सपाटे के दौरान गाय-बैल और बकरी का शिकार कर लेते हैं। इसी दौरान मादा शावकों को जन्म देती है।
….

ट्रेंडिंग वीडियो