शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए रैली वापस बस स्टैंड पहुंचकर खत्म हुई। यहां एक सभा हुई और चीन के खिलाफ सामानों के बहिष्कार का नागरिकों से संकल्प दिलाया गया। राष्ट्रीय स्वदेशी सुरक्षा अभियान के तहत गत दो महीने से जनजागरण किया जा रहा है। चीनी सामान का बहिष्कार करने मशाल यात्रा शहर के हर चौक पर पहुंची। यहां पर विद्यार्थियों और अन्य लोगों को चीनी सामान के बहिष्कार का संकल्प दिलाया गया। अभियान के संयोजक संजय सिंह बैस ने बताया कि चीन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के खिलाफ आर्थिक षडयंत्र कर रहा है। हमारे देश की मुद्रा विदेशों में जा रही हैं और सामान भी घटिया मिल रहा है। देश की जनता के साथ सस्ते सामान के नाम पर छल किया जा रहा है।
तिंरगा यात्रा में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघचालक भजनलाल चौपड़े, जन प्रतिनिधि के रूप में विधायक चौधरी चंद्रभान सिंह, अभियान के जिला सहसंयोजक राजेंद्र राय, सेवक यादव, जेपी खानवे, संदीप रधुवंशी, युवा संयोजक नवीन, दीपू साहू, योगेन्द्र राणा, गगन कोल्हे, निगम अध्यक्ष धर्मेंद्र मिगलानी, योगेश सदारंग, अभिलाष गोहर, विजय पांडे, शिव मालवीय, बंटी साहू, अंशुल शुक्ला, गुड्डा मामा, रिंकल सिंह बेदी, नगर भाजपा अध्यक्ष अरुण शर्मा, किसान संघ के अज्जू शुक्ला, शशि तिवारी, राजेश दौड़के, सौरभ सूर्यवंशी, सुरेश पवार, डॉ. चंद्रकांत विश्वकर्मा, दिनेश श्यामकर, संजय अग्रवाल, अरविंद राजपूत आदि मौजूद थे।
अतिथि विद्वान नियुक्ति के लिए संशोधित कैलेंडर जारी
छिंदवाड़ा . उच्च शिक्षा विभाग ने कॉलेजों में अतिथि विद्वानों की आमंत्रण प्रक्रिया 2017-18 के लिए कोर्ट के आदेश के परिपालन में कार्यभार ग्रहण कराने एवं द्वितीय चरण के लिए संशोधित कैलेंडर जारी कर कॉलेज प्राचार्यों को निर्देश भेजे हैं। इससे पहले विभाग ने प्राचार्यों को निर्देश दिए थे कि जिन अतिथि विद्वान ने अब तक कार्यभार ग्रहण नहीं किया हो उन्हें १४ अक्टूबर तक ज्वाइन कराया जाए एवं इस सत्र की आवंटन सूची के आधार पर कोई अतिथि विद्वान कार्यरत हो तो उसे फालेन आउट किया जाए। बता दें कि अंतिम तिथि तक जिले में नौ अतिथि विद्वानों ने ज्वाइन किया है।
छिंदवाड़ा . उच्च शिक्षा विभाग ने कॉलेजों में अतिथि विद्वानों की आमंत्रण प्रक्रिया 2017-18 के लिए कोर्ट के आदेश के परिपालन में कार्यभार ग्रहण कराने एवं द्वितीय चरण के लिए संशोधित कैलेंडर जारी कर कॉलेज प्राचार्यों को निर्देश भेजे हैं। इससे पहले विभाग ने प्राचार्यों को निर्देश दिए थे कि जिन अतिथि विद्वान ने अब तक कार्यभार ग्रहण नहीं किया हो उन्हें १४ अक्टूबर तक ज्वाइन कराया जाए एवं इस सत्र की आवंटन सूची के आधार पर कोई अतिथि विद्वान कार्यरत हो तो उसे फालेन आउट किया जाए। बता दें कि अंतिम तिथि तक जिले में नौ अतिथि विद्वानों ने ज्वाइन किया है।