छिंदवाड़ा

झाडिय़ों में बने शौचालय, कैसे जाएं

खुले में शौच से मुक्त करने की घोषणाएं की जा रही है लेकिन ये सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह गई है।

छिंदवाड़ाNov 16, 2017 / 12:24 am

sanjay daldale

खैरवानी/हनोतिया/शीलादेही. समूचे भारत में स्वच्छता अभियान की बड़ी-बड़ी बाते भले ही कहीं जा रही है और ग्रामों को खुले में शौच से मुक्त करने की घोषणाएं की जा रही है लेकिन ये सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह गई है। वर्तमान में समूचे जिले में अनेक ग्राम ऐसे है जहां पर आज भी ग्रामीण खुले में शौच करते देखे जा रहे है। ऐसा ही मामला विकासखंड परासिया की ग्राम पंचायत शीलादेही में उजागर हुआ है जहां पर सरपंच, सचिव एवं रोजगार सहायक की लापरवाही की भेंट सैकड़ों शौचालय चढ़ गए है और मोटी रकम बनाने के चक्कर में भोले-भाले ग्रामीणों के साथ कर शौचालय निर्माण की राशि का बंदरबाट किया है। वहीं प्रशासन भी अनभिज्ञ व मूक दर्शक बनकर बैठा हुआ है।

शौचालय का नहीं कर रहे उपयोग

ग्राम पंचायत शीलादेही में बने शौचालयों में से कुछ शौचालयों को छोड़ समस्त शौचालय कचरे में तब्दील होते दिखाई दे रहे है जहां पर ग्रामीणजन शौचालय का उपयोग तो दूर उन्हें देख तक नहीं रहे हैं शौचालय के चारों ओर कूड़ा करकट, गाजर घास उग आई है। शौचालय पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं। वहीं ग्रामीण खुले में शौच करने मजबूर हैं। ग्रामीणों का कहना है कि शौचालय तो बनाए गए हैं किन्तु इसके लिए खोदे गए गड्ढे पूरी तरह बंद नहीं किए गए हैं। जिसकी सड़ांध से तबीयत बिगडऩे लगती है। वहीं जिम्मेदार सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक ग्राम में स्वच्छता अभियान की लगातार अनदेखी कर रहे हैं।

ग्रामीणों की समस्या
ग्राम पंचायत शीलादेही में शौचालय निर्माण के दौरान बरती गई लापरवाही एवं अनियमितताओं की कहानी ग्रामीणो ने अपनी जुबां से ही व्यक्तकी है। ग्राम के दौड़ु धुर्वे, महेश धुर्वे एवं सतीश धुर्वे ने बताया कि इनके घरों में जिन शौचालयों का निर्माण किया गया है वह पूरी तरह से टूटे-फूटे और उपयोग करने लायक ही नहीं है। वहीं ग्राम के सुखदयाल धुर्वे के घर शौचालय निर्माण के लिए गड्ढा तो खोदा गया किन्तु शौचालय निर्माण नहीं किया गया जिससे यह ग्रामीण खुले में शौच जाने को विवश है। प्रशासनिक अधिकारी द्वारा कार्रवाई न होना मिली भगत को उजागर कर रहा है। वहीं परासिया जनपद पंचायत सीईओ से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे चर्चा नहीं हो पाई।

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