गोदामों में होगी खरीदी
प्रशासन ने परिवहन की झंझट से बचने और परिवहन व्यय को बचाने के लिए गोदामों ही गेहूं खरीदी करने का निर्णय लिया है। पिछले साल भी इसी तर्ज पर खरीदी की गई थी। किसानों की संख्या के आधार पर कम से कम दो समितियों से जुड़े किसान गोदामों में ही अनाज लाएंगे। वहां समितियों के प्रबंधक और कम्प्यूटर ऑपरेटर भी रहेंगे। इससे खरीदी के बाद की औपचारिकताएं जल्द हो सकेंगी तो परिवहन की झंझट से भी मुक्ति मिलेगी।
98 केंद्रों को खरीदी में किया शामिल
प्रशासन ने जिले के 98 खरीदी केंद्रों के जरिए गेहूं की खरीदी का निर्णय लिया है। जरूरत पड़ी तो कुछ और केंद्रों को खरीदी के लिए शामिल किया जा सकता है। ध्यान रहे पिछले वर्ष गेहूं की खरीदी काफी कम हुई थी। 55 हजार से ज्यादा किसानों ने पंजीयन कराया था, लेकिन 25 हजार से भी कम किसानों ने गेहूं बेचा था। इस बार भी पंजीयन कराने वाले किसानों की संख्या 57 हजार पहुंच गई है। अब देखना है कितना गेहूं सरकार को बेचा जाता है।