scriptगो-सेवकों को दिया तकनीकी ज्ञान, अब गो-वंश के उपचार में बनेंगे सहयोगी | Training given to go-goers | Patrika News
छिंदवाड़ा

गो-सेवकों को दिया तकनीकी ज्ञान, अब गो-वंश के उपचार में बनेंगे सहयोगी

पटेल मंगल भवन में एक दिवसीय प्रशिक्षण, चिकित्सकों ने बताया साइंटिफिक उपचार

छिंदवाड़ाJul 26, 2019 / 12:17 am

Rajendra Sharma

chhindwara

chhindwara

छिंदवाड़ा. गांवों में तैनात गो-सेवकों को उन्नत तकनीकी ज्ञान और मेडिकल साइंस में उपचार के नए तरीकों से गुरुवार को अवगत कराया गया। इसके बाद वे गांवों में जाकर पशु पालकों को पशुओं की बीमारियों से बचाव के तरीके सिखाएंगे और उनका टीकाकरण भी करेंगे।
पटेल मंगल भवन में हुए प्रशिक्षण में विशेष रूप से डॉ. विजय पराडकर, डॉ. अभिषेक शुक्ला, डॉ. झारिया एवं डॉ. विश्वजीत भोसीकर शामिल हुए और गो-सेवकों को ट्रेनिंग दी। डॉ. भोसीकर ने पशुओं में टीकाकरण की जरूरत तथा इससे होने वाले फायदे के बारे में बताया। प्रशिक्षण के दौरान इस कार्यक्रम का उद्देश्य गांव-गांव पशु चिकित्सा सेवा में सुधार से अवगत कराया गया।
गो-सेवकों ने मांगी सरकारी नियुक्ति

गो-सेवकों को ग्राम पंचायत में गो-सेवक के पद पर शासकीय नियुक्ति प्रदान कर ग्राम प्रशासनिक सेवा में लेने की मांग को गुरुवार को पटेल मंगल भवन में हुए सरकारी प्रशिक्षण कार्यक्रम में जोर-शोर से उठाया गया। गो-सेवक संघ के अध्यक्ष संजय सूर्यवंशी और उपाध्यक्ष अशोक बुनकर समेत अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि पशु चिकित्सक विभाग के अंतर्गत सन 1999 से अभी तक ग्राम पंचायत के एक 12वीं पास युवक को पशु चिकित्सा विभाग द्वारा छह माह का प्रशिक्षण देकर गो-सेवक बनाया गया। तब से वे पंचायत में सेवा दे रहे हैं। विभाग की ओर से कोई भी मानदेय गो-सेवकों को नहीं दिया जाता। इसके ज्ञापन मुख्यमंत्री को भी सौंपे गए।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो