scriptबीस फीसदी निजी-शासकीय डॉक्टर नहीं कर रहे इलाज, जानें वजह | Twenty percent private-government doctors are not treating | Patrika News

बीस फीसदी निजी-शासकीय डॉक्टर नहीं कर रहे इलाज, जानें वजह

locationछिंदवाड़ाPublished: May 01, 2020 03:02:04 pm

Submitted by:

Dinesh Sahu

– शासन ने मांगी सीएमएचओ से रिपोर्ट

coronavirus__th02.jpg
छिंदवाड़ा/ जिले में 80 प्रतिशत चिकित्सा सेंटर चौबीस घंटे सेवाएं दे रहे है, जबकि जिला अस्पताल, सामुदायिक, सिविल हॉस्पिटल को छोड़कर कुछ सिविल डिस्पेंसरी, अर्बन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक तथा उप-स्वास्थ्य केंद्र दिन में ही सेवाएं दे रहे है। मामले में मप्र स्वास्थ्य संचालनालय आयुक्त फैज अहमद किदवई ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा सिविल सर्जन से रिपोर्ट मांगी है तथा लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी है।
विभागीय निर्देशानुसार कोविड-19 पैनाडामिक फेस में कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम, प्रबंधन तथा नॉन कोविड आवश्यक सेवाओं की प्रदायगी के लिए चौबीस घंटे शासकीय एवं निजी चिकित्सालय का संचालन किया जाना अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित समस्त चिकित्सा संस्थाएं शामिल है, जिनको संचालित रखने की जिम्मेदारी सीएमएचओ तथा सिविल सर्जन को दी गई है।
जिले में 80 प्रतिशत चिकित्सा सेंटर दे रहे सेवाएं

वहीं निजी स्वास्थ्य संस्थाओं के संचालन के लिए नर्सिंग होम एसोसिएशन एवं आइएमए को पत्र लिखकर सूचित किया जाना है। इस संदर्भ में सीएमएचओ डॉ. प्रदीप मोजेस ने बताया कि जिले में करीब 80 प्रतिशत चिकित्सा संस्थाएं चौबीस घंटे सेवाएं प्रदान कर रहे है तथा शेष कर्मचारियों के नहीं आने, डॉक्टरों के बाहर जाने आदि वजह से बंद है। हालांकि सभी को समझाइश दी गई है कि वे शासन के निर्देशों का पालन करें।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो