एसपी के दिये आवेदन के अनुसार वीरबल आम्रवंशी जंगल में बकरी चराने गया था। जंगल में एक मोबाइल मिला जिसे लेकर वह घर पहुंचा और अपने साथी राजेश वानवंशी को बताया। मोबाइल को चार्ज करने के बाद चालू किया और मोबाइल में सामने आए नम्बर पर फोन करके जानकारी दी। सुरेन्द्र यादव नामक युवक ने मोबाइल अपना बताया और कहा कि मोबाइल घर बुर्रीखुर्द लाकर देना, पेट्रोल का खर्च दे दूंगा। मोबाइल लेकर उसके घर पहुंचा और मोबाइल दे दिया।
बस फिर क्या था मोबाइल के मालिक ने पहले मोबाइल लिया फिर सुरेन्द्र यादव सहित एक अन्य युवक ने उनके साथ मारपीट की, किसी तरह वह जान बचाकर भागा। दूसरे दिन ग्राम कोटवार उन्हें गुढ़ी अम्बाड़ा पुलिस चौकी लेकर पहुंचा। लेकिन चौकी प्रभारी कविता पटले, सुरेन्द्र यादव, गुलजारी उर्फ रामप्रसाद एवं दो पुलिसकर्मी ने भी जमकर मारपीट की।
दो बार पिटाई के बाद पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर शिकायत की। जांच में शिकायत सही पाए जाने पर चौकी प्रभारी एसआई कविता पटले को निलम्बित कर दिया है। मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव उइके को सौंपी गई है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव उइके ने बताया कि पीडि़त युवकों की शिकायत पर जांच में सामने आया है कि उनके साथ पुलिस ने मारपीट की है। इस आधार पर चौकी प्रभारी कविता पटले को रविवार को निलम्बित कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच मुझे सौंपी है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उनसे पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया जाएगा।