शासन द्वारा जारी की गई सूची में जिले के प्राचार्यों का नाम आया है। इसमें छिंदवाड़ा समेत प्रदेश के देवास, मंदसौर, उज्जैन, मुरैना, दतिया, ग्वालियर, गुना, दमोह, सागर, पन्ना, इंदौर, सिंगरौली, रीवा, होशंगाबाद तथा भोपाल जिले के कुल 28 प्राचार्य शामिल है।
हालांकि जिले को अन्य प्राचार्यों से भी उक्त सम्मान में शामिल होने की अपेक्षा थी, लेकिन बोर्ड परीक्षा में उचित ध्यान नहीं देने से यह मुकाम वह हासिल नहीं कर सके। इतना ही नहीं हाल ही में 30 प्रतिशत से कम रिजल्ट देने वाले स्कूलों के शिक्षकों को किताब खोलकर तथा उत्तर लिखकर अपनी योग्यता बतानी पड़ी, जिसकी समीक्षा रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
जिलास्तरीय उत्कृष्ट में भी नहीं योग्य –
जिले में शिक्षा विभाग के हाई स्कूल 123, हायर सेकंडरी के 131, ट्रायबल विभाग के हाई-हायर सेकंडरी 116 तथा पांच मॉडल स्कूल संचालित है, जिसमें से कक्षा दसवीं और बारहवीं के परीक्षा परिणाम में एक मात्र हर्रई में स्थित मॉडल तथा उमावि बड़चिचोली स्कूलों का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा, जबकि जिला मुख्यालय पर स्थित उत्कृष्ट विद्यालय का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा।
जिले में शिक्षा विभाग के हाई स्कूल 123, हायर सेकंडरी के 131, ट्रायबल विभाग के हाई-हायर सेकंडरी 116 तथा पांच मॉडल स्कूल संचालित है, जिसमें से कक्षा दसवीं और बारहवीं के परीक्षा परिणाम में एक मात्र हर्रई में स्थित मॉडल तथा उमावि बड़चिचोली स्कूलों का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा, जबकि जिला मुख्यालय पर स्थित उत्कृष्ट विद्यालय का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा।