जेल के अंदर 140 बंदियों के बीच में कोरोना की चेन बन चुकी है जिसे तोडऩे के लिए रेड और ग्रीन जोन बनाए गए हैं। तत्काल जेल में दाखिल होने वाले आरोपी कोरोना संदिग्ध होने पर रेड जोन में रखा जाता है। पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर उसे जिला अस्पताल इलाज के लिए भेजा जाता है और जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आती है उसे ग्रीन जोन में रखा जा रहा है। बंदियों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आयुष विभाग से विटॉमिन की गोलियां लाकर दी जा रही है। नियमित योग कराया जा रहा है जिससे की सभी बंदी सुरक्षित और स्वस्थ रहे। बंदियों की रैपिड कीट के माध्यम से कोरोना जांच प्रतिदिन होती रही तो काफी हद तक बंदियों के बीच कोरोना को फैलने से रोका जा सकता है। जेल में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए और भी कई प्रयास जारी है।
अस्थाई जेल की तैयारी तेज
खजरी रोड स्थित पोस्ट मैट्रिक छात्रावास भवन को अस्थाई जेल बनाने की एक फिर कवायद तेज हुई है। प्रशासनिक अधिकारियों ने भवन का निरीक्षण कर लिया है। बताया जा रहा है कि सबकुछ ठीक रहा तो जल्द छात्रावास भवन को अस्थाई जेल बनाया जाएगा। जिला जेल अधीक्षक यजुवेन्द्र वाघमारे ने बताया कि इसके लिए उन्होंने दस्तावेजी कार्रवाई के साथ ही अन्य प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि इस भवन में 50 से 80 बंदी रखे जा सकते हैं। कोरोना पॉजिटिव आने वाले बंदियों को ही वहां रखा जाएगा। जिन बंदियों की रिपोर्ट नेगेटिव आएगी उन्हें अस्थाई जिला जेल में रखा जाएगा।