संयुक्त मोर्चा का हल्लाबोल, जानें वजह
छिंदवाड़ाPublished: May 25, 2020 11:31:48 pm
मजदूर विरोधी नीति के खिलाफ सौंपा ज्ञापन
छिंदवाड़ा/ (जुन्नारदेव) संयुक्त मोर्चा द्वारा वेकोलि के निजीकरण का विरोध करते हुए केन्द्र सरकार को मजदूर विरोधी बताते हुये उनकी नीति के खिलाफ ज्ञापन सौपा।
सौंपे गए ज्ञापन में संयुक्त मोर्चा के इंटक, एटक, एचएमएस एवं सीटू यूनियन द्वारा कहा कि केन्द्र सरकार उद्योगपतियों को लाभ दिलाने के लिए वेकोलि का निजीकरण करने की बात कह रही है। यह वेकोलि के मजदूरों के विरोध में लिया जाने वाला फैसला है जिसका हम विरोध करते है। वहीं संयुक्त मोर्चा के सदस्यों ने बताया कि केन्द्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ वे लॉकडाउन खोले जाने के उपरांत आंदोलन करेंगे। यदि केन्द्र सरकार ने वेकोलि निजीकरण के फैसले को वापस नहीं लिया तो संयुक्त मोर्चा पूरे देश में एक साथ आंदोलन की राह लेगा। वहीं सदस्यों द्वारा बताया गया कि यदि वेकोलि में निजीकरण को बढ़ावा मिलता है तो इससे मजदूरों का हनन होगा। मजदूरों की जगह आधुनिक मशीने काम करेगी। जिससे बेरोजगारी और भूखमरी फैलने लगेगी उद्योगपतियों को लाभ दिलाने के उद्देष्य से ही केन्द्र सरकार द्वारा वेकोलि का निजीकरण किया जा रहा है। इसके लिए संयुक्त मोर्चा पूर्ण रूप से सरकार की मजदूर विरोधी नितियों का खुला विरोध करते हुये आंदोलन की राह लेने को विवश होगा।
उक्ताशय का ज्ञापन वेकोलि महाप्रबंधक एवं स्थानीय एसडीएम को सौपा गया। ज्ञापन सौपने के दौरान सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए बड़ी संख्या में संयुक्त मोर्चा के सदस्य उपस्थित थे।