तीन घंटे बाद एबुंलेस पहुंचने पर उसके चालक को लोगों की नाराजगी का सामना करना पड़ा। लोगों ने उसके साथ हाथापाई की। परिजन स्टाफ नर्स की गिरफ्तारी तथा जांच कर अन्य दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े रहे। ज्योति का विवाह करीब 15 माह पूर्व हुआ था। परिजन के अनुसार वह पूरी तरह स्वस्थ थी।
सूचना मिलने पर प्रभारी खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. शशि अतुलकर, नायब तहसीलदार, थाना प्रभारी, चौकी प्रभारी पहुंचे और कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस ने इलाज से संबंधित दस्तावेज देखे। परिजन के बयान दर्ज किए तथा सीसीटीवी फुटेज देखा। खंड चिकित्सा अधिकारी ने मेडिकल ऑफिसर डॉ. सुधा बक्शी, स्टाफ नर्स कौशल्या मंसूरी, एएनएम ललिता साहू, आशा कार्यकर्ता को नोटिस जारी कर 24 घंटे में जवाब मांगा है। डॉ. सुधा बक्शी ने बताया कि वह रात में काल ऑन डयूटी रहती है। स्टाफ नर्स ने सुबह साढ़े पांच बजे फोन पर सूचना दी अस्पताल पहुंची तो प्रसूता तथा नवजात शिशु मृत अवस्था में थे।