दहशत में ग्रामीण, खेतों में काम के दौरान कर रहे डंडों से सुरक्षा
सिंगोड़ी के समीप खकरा चौरई में सियार ने किया था दो महिलाओं पर हमला, संधर्ष के दौरान सियार को मारा
छिंदवाड़ा. सिंगोड़ी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम खकरा चौरई व आसपास के ग्रामीणों में सियार को लेकर दहशत बनी हुई है, एक दिन पहले शुक्रवार की सुबह पांच बजे खेत में सो रही दो महिलाओं पर सियार ने हमला कर दिया, इस हमले में दोनों महिलाएं गंभीर रूप से घायल हुए, जिनका उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। संघर्ष के दौरान महिलाओं ने सियार को मार दिया। इस हमले की घटना के बाद ग्राम खकरा चौरई क्षेत्र में खेतों में काम करने वाले किसानों व मजदूरों में दहशत का माहौल है। खेतों में मक्के की घानी में लगे मजदूर व किसान या तो घटना के बाद खेत में काम नहीं कर रहे है या फिर दिन के उजाले में काम करने के दौरान उनकी सुरक्षा के लिए कुछ लोग तैनात है जो हाथ में डंडा लिए है। शुक्रवार-शनिवार की रात को खेतों में सोकर अपनी फसल की रक्षा करने का रिस्क किसान व मजदूर नहीं ले रहे है।
- पागल हुआ सियार, तीन दिनों से कर रहा था हमला
खकरा चौरई और सिंगोड़ी के निवासियों ने बताया की उक्त सियार तीन दिनों से हमला कर रहा था इस मामले में तीन घायल सामने आए थे, जिनका इलाज जिला अस्पताल में हुआ है। शनिवार को वन विभाग ने सिंगोड़ी में मृत सियार का पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार किया, वहीं घायलों ने विभाग को आवेदन देकर मुआवजे की मांग की है। वन अधिकारी शांत स्वभाव वाले जानवर को पागल होने के बाद घटना करना बता रहे है।
- इनका कहना है।
- सियार का पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया है, सभी घायलों का विभाग इलाज करवा रहा है। सियार के पागल होने की संभावना दिखाई दे रही है। किसानों में डर बना हुआ है।
दयानंद डेहरिया, डिप्टी रेंजर, सिंगोड़ी - सियार के हमले ने ग्रामीणों को डरा दिया है। सभी किसानों को सतर्क रहकर कृषि कार्य करने कहा जा रहा है जिसकी मुनादी गांव में करवाई गई है ।
विजय चंद्रवंशी, सरपंच, खकरा चौरई - मेरे खेत में मक्का रखा हुआ है यह रुकना भी पड़ता है, मगर पास के खेत में सियार के हमले ने डर बना दिया है ऐसे में आज डंडे लेकर काम करना पड़ रहा है।
सतीश वर्मा, किसान, सिंगोड़ी - एक घंटे सियार से संघर्ष, जबड़े में काफी देर तक दबा रखा कंधा
सियार के हमले में घायल दुर्गा (55) पति रमेश नरवाहे निवासी सिंगोड़ी तथा भुजलो बाई डेहरिया निवासी खकरा चौरई जिनका जिला अस्पताल में उपचार जारी है, हालत में सुधार है तथा आईसीयू से दोनों को जनरल वार्ड में शनिवार की सुबह शिफ्ट कर दिया गया। सियार के साथ हुए संघर्ष के बारे में दुर्गा ने सहमते हुए बताया कि खकरा चौरई में नवोदय विद्यालय के पीछे उनका खेत है तथा घानी का कार्य लगा हुआ था, उनके साथ भुजलो बाई भी कार्य करा रही थी, रात में दोनों खेत में तिरपाल बिछाकर सो गए। सुबह पांच बजे किसी जानवर ने अचानक हमला कर दिया एक घंटे तक सियार से संघर्ष हम दोनों महिलाओं ने किया, एक के बाद एक करने वह हाथ को पकडकऱ खीच रहा था। संघर्ष के दौरान उसे मारा तो वह मर गया। जिसके बाद वहां से उठकर खेत से बाहर आए तथा परिजनों को जानकारी दी गई। जिसके बाद परिजन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे। महिलाओं ने बताया कि वह कौन सा जानवर था इसकी जानकारी मौके पर नहीं लग पाई थी।
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