11 साल से मुआवजे के लिए भटक रहे
छिंदवाड़ाPublished: Jun 13, 2019 04:52:19 pm
पांच किसानों को मुआवजा नहीं मिला
11 साल से मुआवजे के लिए भटक रहे
परासिया. सडक के लिए जमीन अधिग्रहित करने के 11 वर्ष बीतने के बाद भी पांच किसानों को मुआवजा नहीं मिला है। ग्राम मोरडोंगरी से पटपड़ा तक 12 किमी पक्की सडक़ निर्माण के लिए शासन ने किसानों की जमीन का अधिग्रहण तो किया, लेकिन सभी किसानों को जमीन का मुआवजा नहीं दिया गया है। पिछले 11 साल से 5 किसान जमीन का मुआवजा पाने भटक रहे हैं।
इन किसानों की लगभग डेढ़ एकड़ जमीन अधिग्रहित की गई जिसका वर्तमान बाजार मूल्य लगभग 10 लाख रुपए है। लोक निर्माण विभाग ने मोरडोंगरी से पटपड़ा तक 12 किलोमीटर सडक़ का निर्माण कार्य किया। उक्त सडक़ का गत वर्ष दोहरीकरण कार्य भी हो गया। सडक़ निर्माण के लिए वर्ष 2008 में पांच किसानों की 5 से 30 डिसमिल तक कृषि भूमि अधिग्रहित की गई। सडक़ निर्माण कार्य तीन साल में पूर्ण हो गया, लेकिन किसानों को अब तक मुआवजा नहीं मिला है।
पिछले 11 वर्षों से किसान लगातार जमीन के मुआवजे के लिए गुहार लगा रहे हैं। जिसमें कृषक मोरडोंगरी निवासी कचरा पिता हंसलाल साहू, चंद्रकुमार पिता लेखचंद दुबे, जगन्नाथ पिता तोड़े यदुवंशी, पंकज पिता राधेश्याम दुबे और चेता पिता टीका यदुवंशी शामिल हैं। जिला पंचायत सदस्य कमलेश उइके कहते है कि इस विषय को जिला पंचायत की बैठक में उठाया गया था उस दौरान लोक निर्माण विभाग ने उचित कार्रवाही कर राजस्व विभाग को मुआवजा के लिए प्रकरण प्रस्तुत करने की बात कही।