पांच चरणों में हुआ आंदोलन, अब छठवीं बार तैयारी : कर्मचारियों ने चरणबद्ध रूप से आंदोलन का आगाज किया था। सबसे पहले प्रदेश के कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपे। द्वितीय चरण में प्रदेश व्यापी धरना प्रदर्शन भोपाल में २३ दिसंबर २०१७ को किया गया। तृतीय चरण में १७ जनवरी २०१८ को प्रदेशव्यापी हस्ताक्षर अभियान हुआ। चतुर्थ चरण में एक फरवरी २०१८ को भोपाल से उज्जैन तक वाहन रैली की जाकर बाबा महाकाल को ज्ञापन सौंपा।
पांचवें चरण में २० अपै्रल को प्रदेश व्यापी सांकेतिक काम बंद के साथ संचालनालय का घेराव किया गया। २८ अपै्रल को ६ सूत्री मांगों पर संगठन के पदाधिकारियों के साथ वित्त मंत्री वं नगरीय प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव से चर्चा हुई और सहमति के बाद एक मई से प्रस्तावित हड़ताल को टाल दी गई। जिलाध्यक्ष अनंत कुमार धुर्वे ने बताया कि ४५ दिन बाद भी कोई आदेश जारी नहीं होने के कारण अब १८ जून से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर निगम के कर्मचारी जा सकते हैं।
पांचवें चरण में २० अपै्रल को प्रदेश व्यापी सांकेतिक काम बंद के साथ संचालनालय का घेराव किया गया। २८ अपै्रल को ६ सूत्री मांगों पर संगठन के पदाधिकारियों के साथ वित्त मंत्री वं नगरीय प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव से चर्चा हुई और सहमति के बाद एक मई से प्रस्तावित हड़ताल को टाल दी गई। जिलाध्यक्ष अनंत कुमार धुर्वे ने बताया कि ४५ दिन बाद भी कोई आदेश जारी नहीं होने के कारण अब १८ जून से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर निगम के कर्मचारी जा सकते हैं।