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छिंदवाड़ा

लाखों खर्च कर रही वेकोलि, फिर भी इनकी हालत बदतर

उजड़ा बाल-उद्यान तो शुरू नहीं हो सका आरओ प्लांट

छिंदवाड़ाJan 15, 2019 / 12:07 pm

Dinesh Sahu

WCL is spending millions, yet their condition worsens

WCL is spending millions, yet their condition worsens

छिंदवाड़ा. वेकोलि पेंच एरिया परासिया अंतर्गत संचालित परमानंद हॉस्टिपल वर्षों पहले बंद हो गया है तथा वर्तमान में परिसर में कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण केंद्र संचालित है। रख-रखाव के अभाव और जिम्मेदारों की बेरुखी की वजह से बाल उद्यान तथा पुरानी इमारत उजड़ गई है। इतना ही नहीं लाखों रुपए की लागत से स्थापित किया गया आरओ प्लांट अभी तक शुरू नहीं हो सका है। इधर जिला प्रशासन क्षय आरोग्यधाम को शिफ्ट करने तथा रख-रखाव की व्यवस्था बनाने का जिम्मा ले रहा है।
इसके बावजूद वेकोलि प्रशासन क्षय आरोग्यधाम को परमानंद हॉस्पिटल में संचालित करने के लिए स्पष्ट जवाब नहीं दे पा रहा है। बताया जाता है कि परमानंद हॉस्पिटल में वेकोलि का कार्यालय चलाया जा रहा है, जिसके लिए वर्तमान में लगभग दस कर्मचारी कार्यरत हैं। इनके लिए स्थापित किया गया आरओ प्लांट शुरू नहीं होने से कर्मचारियों की प्यास बुझाने के लिए बाहर से पानी खरीदना पड़ रहा है।
इधर कुछ कर्मचारियों ने बताया कि हॉस्टिल प्रशासन के पास करीब बीस एकड़ भूमि है, जिसके कुछ हिस्से में खदान कर्मचारियों के लिए वोकेशनल प्रशिक्षण सेंटर संचालित है। जबकि अधिकांश एरिया बेकार पड़ा हुआ है। वेकोलि अधिकारियों की निष्क्रियता का खमियाजा टीबी के मरीजों को भुगतना पड़ सकता है।

बजट के अभाव में नहीं हो पाता रख-रखाव


वर्तमान में यहां पर सुपरवाइजर तथा वीटीसी सेंटर संचालित है। कर्मचारियों के लिए आरओ सिस्टम लगाया गया, लेकिन कुछ तकनीकी कारण से शुरू नहीं हो सका है। बजट के अभाव में उद्यान का रख-रखाव नहीं हो पाता है। हालांकि इस संदर्भ में विभाग के उच्चाधिकारी ही कुछ स्पष्ट कर सकते है।

आरपी सिंह, एचओडी वीटीसी सेंटर छिंदवाड़ा

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