इल्ली लगने की आशंका
मौसम में बदलाव के चलते फसलों को नुकसान होने की संभावना अधिक हो गई है। मौजूदा समय में चना और मटर की फसल में फूल एवं फल लगे हुए हैं। चना और मटर की फसल में इल्ली लगने की आशंका है। मौसम में हो रहे बदलाव से किसानों के साथ-साथ आमजन भी काफी प्रभावित हैं। फसलों की खराबी को लेकर किसान चिंतित हैं। वहीं मौसम में हो रहे बदलाव, वातावरण में नमी घुलने से बढ़ रही ठंडक से आम लोग प्रभावित हो रहे हैं। साथ ही सर्दी, खांसी जैसी बीमारी भी लोगों को प्रभावित कर रही है।
मौसम में बदलाव के चलते फसलों को नुकसान होने की संभावना अधिक हो गई है। मौजूदा समय में चना और मटर की फसल में फूल एवं फल लगे हुए हैं। चना और मटर की फसल में इल्ली लगने की आशंका है। मौसम में हो रहे बदलाव से किसानों के साथ-साथ आमजन भी काफी प्रभावित हैं। फसलों की खराबी को लेकर किसान चिंतित हैं। वहीं मौसम में हो रहे बदलाव, वातावरण में नमी घुलने से बढ़ रही ठंडक से आम लोग प्रभावित हो रहे हैं। साथ ही सर्दी, खांसी जैसी बीमारी भी लोगों को प्रभावित कर रही है।
किसानों को सलाह
कृषि अधिकारी ने किसानों को सलाह दी है कि न्यूनतम तापमान धीरे-धीरे कम हो रहा है। इस कारण विभिन्न फसलों, सब्जियों पर कम तापमान के प्रतिकूल प्रभाव से बचाने के लिए खेत में मिट्टी की नमी बनाए रखें। फसल को ठंड से बचाने के लिए शाम के समय हल्की और बार-बार सिंचाई करें। पाला होने की स्थिति में श्याम के समय खेत की मेड पर धुंआ करें। इसके अलावा सल्फर 2 एमएल प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिडक़ाव करें।
कृषि अधिकारी ने किसानों को सलाह दी है कि न्यूनतम तापमान धीरे-धीरे कम हो रहा है। इस कारण विभिन्न फसलों, सब्जियों पर कम तापमान के प्रतिकूल प्रभाव से बचाने के लिए खेत में मिट्टी की नमी बनाए रखें। फसल को ठंड से बचाने के लिए शाम के समय हल्की और बार-बार सिंचाई करें। पाला होने की स्थिति में श्याम के समय खेत की मेड पर धुंआ करें। इसके अलावा सल्फर 2 एमएल प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिडक़ाव करें।