scriptमौसम की बेरुखी, सूखने लगी फसल | Weather hostile environment, crops were drying | Patrika News

मौसम की बेरुखी, सूखने लगी फसल

locationछिंदवाड़ाPublished: Jul 16, 2019 11:49:01 pm

Submitted by:

arun garhewal

बारिश न होने के कारण किसानों की बोई हुई फसल जिसकी कोंपले फूट चुकी है अब सूखते जा रही है

ss

मौसम की बेरुखी, सूखने लगी फसल

छिंदवाड़ा. अम्बामाली . मोहखेड़ विकासखंड के क्षेत्रों में बारिश ना होने के कारण किसानों की फसलों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है एक सप्ताह से भी अधिक समय हो गया बारिश ना होने के कारण किसानों की बोई हुई फसल जिसकी कोंपले फूट चुकी है अब सूखते जा रही है।
फसल खराब होने के कारण किसान अब चिंतित दिखाई दे रहे हैं। किसानों को बेसब्री से बारिश का इंतजार है। किसानों द्वारा बोयी गई सोयाबीन, मक्का, धान, ज्वार की फसलों को नुकसान हो रहा है वहीं सब्जी वाली फसलें भी पानी की क़मी के कारण प्रभावित हो रही है। अम्बामाली, पठराखोकर, शंकरपूर, सांवरी, प्रधानघोघरी आदि क्षेत्रों मे वर्षा नहीं होने के कारण फसल खऱाब होने का भी डर बन रहा है।
इधर पानी की किल्लत : जनपद पंचायत जुन्नारदेव की ग्राम पंचायत दातलावादी के वार्ड क्रमांक एक माता दफाई में स्थित वर्षों पुरानी पीने के पानी की झिरिया जहां से ग्रामवासी पानी लेने पैदल, साइकिल या बाइक से जाते है। पत्थर तब्दील इस कच्ची सडक़ से आने-जाने में लोगों काफी दिक्कत होती हैं।
आए दिन इस रास्ते से पानी लेकर आने वाले दुर्घटना का शिकार हो जाते है। कच्ची सडक़ के कारण ग्रामवासियों को हमेशा खतरा महसूस होता है। कई वर्षों से ग्रामवासी झिरिया जाने वाली सडक़ बनाने की मांग कर रहे है। जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों से लगातार मांग करने के बाद कोई इस ओर गंभीरता नहीं दिखा रहा है जिसका खमियाजा ग्रामवासियों को भुगतना पड़ रहा है। खास बात है कि बारिश के दिनों में यहां समस्या अधिक बढ़ जाती है। इस रास्ते से पैदल चलना भी दूभर हो जाता है।
वहीं दूसरी ओर साइकिल और मोटरसाइकिल से पानी लाने वाले के लिए इस रास्ते से जाना सबसे मुश्किल काम हो जाता है बारिश के दिनों में बड़ी जद्दोजहद कर पानी लाने को ग्रामीण मजबूर हो जाते हैं। जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों से ग्रामवासियों ने इस ओर ध्यान देकर सडक़ बनाने की मांग की है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो