आगामी दिनों में मौसम में होने वाले बदलाव को देखते हुए किसानों को फसल पर सतत निगरानी करने तथा कीट-रोग से बचाव के उपाय करने की सलाह दी गई है। कृषि अनुसंधान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. विजय पराडकऱ ने बताया कि किसान पकी हुई फसलों की कटाई उपरांत खेत में कच्चे अवशेषों को जलाएं नहीं बल्कि स्ट्रॉ रीपर, स्ट्रॉ चॉपर, रोटावेटर, प्लाऊ, कल्टीवेटर से जुताई कर भूमि में दबाएं उससे भूमि में जीवांश और पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ेगी तथा प्रदूषण भी नहीं होगा। उन्होंने बताया कि उच्च तापमान के कारण ग्रीष्म कालीन फसलों में वाष्पीकरण दर बहुत अधिक बढ़ जाती है । इसलिए, किसानों को कतार के बीच में वानस्पतिक पलवार या प्लास्टिक पलवार डालने की सलाह दी जाती है, ताकि वाष्पीकरण को कम कर सकें।